
छपरा | सारण जिले के पानापुर थाना क्षेत्र में सुरेश सिंह हत्याकांड ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया था। 04 अप्रैल से लापता सुरेश सिंह की लाश जब 16 अप्रैल को मशरक थाना क्षेत्र में बरामद हुई, तब परिजनों और पुलिस के सामने कई सवाल थे। लेकिन इस गुत्थी को सुलझाने में पुलिस ने अद्वितीय तत्परता दिखाई — महज 48 घंटे में SIT टीम ने हत्या की परतें खोल दीं और दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
पैसे, सट्टा और एक खतरनाक खेल
पुलिस पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा हुआ। आरोपियों ने स्वीकार किया कि ऑनलाइन मोबाइल गेम्स और सट्टेबाजी में पैसों के लेनदेन को लेकर सुरेश सिंह की हत्या कर दी गई। यह अपराध योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया गया था।




गिरफ्तार अभियुक्त
1. शिवा गिरी, पिता – लाल बाबू गिरी, निवासी – सतजोड़ा, थाना – पानापुर
2. प्रज्ञान कुमार सिंह, पिता – संजय कुमार सिंह, निवासी – पकड़ी नरोतम, थाना – पानापुर
बरामद सामान
- एक चार पहिया वाहन
- तीन मोबाइल फोन
पुलिस की तेज कार्रवाई
इस हाई-प्रोफाइल केस के त्वरित उद्भेदन को लेकर सारण एसपी के निर्देश पर 20 अप्रैल को SIT का गठन किया गया था। टीम में शामिल रहे —
- अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, मशरक
- पुलिस उपाधीक्षक, साइबर
- अंचल पुलिस निरीक्षक, मशरक
- जिला आसूचना इकाई के प्रभारी व अन्य पदाधिकारी
- थानाध्यक्ष, पानापुर व उनकी टीम
- SIT टीम, सारण
पुरस्कृत होंगे जांबाज़ अधिकारी
इस केस में SIT की तेज़ और सटीक कार्रवाई को देखते हुए सभी शामिल पदाधिकारियों और पुलिसकर्मियों को सम्मानित करने की घोषणा की गई है।
क्या कहता है ये केस?
यह केस सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि डिजिटल दौर में अपराध के बदलते रूपों की ओर इशारा करता है — जहां ऑनलाइन गेम्स और सट्टा जैसी गतिविधियां भी खतरनाक मोड़ ले सकती हैं। सारण पुलिस की तत्परता ने न केवल आरोपियों को सलाखों के पीछे भेजा, बल्कि एक कड़ा संदेश भी दिया कि अपराध कोई भी हो, बच नहीं सकता।
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