छपरा । नवगठित नगर पंचायत माँझी में कार्यरत सफाई एजेंसी द्वारा सफाई के नाम पर केवल खानापुर्ति कर वास्तविक सफाई कर्मियों के बदले फर्जी सफाई कर्मी के नाम पर लाखों रुपए का गबन का मामला प्रकाश में आया हैं। अधिवक्ता बसन्त कुमार “डब्लू” ने जिला पदाधिकारी,मुख्य न्यायाधीश पटना उच्च न्यायालय व मुख्यमंत्री को पत्र भेज कर मामले की जाँच करने की गुहार लगाई है। अधिवक्ता ने अपने पत्र में आरोप लगाया है कि सम्बंधित पदाधिकारी की कथित मिलीभगत से सफाई के नाम पर की गई खानापूर्ति की वजह से माँझी में डायरिया महामारी तथा डेंगू का प्रकोप चरम पर है।
उन्होंने आरोप लगाया है कि सफाई एजेंसी के साथ मिलकर जांच एजेंसियों ने भी फर्जी सफाई कर्मियों के नाम पर लाखों रुपये का वारा न्यारा किया है। मामले को गंभीरता देखते हुए जिला पदाधिकारी ने मामले की निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है। शिकायतकर्ता ने यह भी आरोप लगाया है कि सफाई एजेंसी द्वारा सफाई कर्मियों की मजदूरी का भुगतान सरकार द्वारा दिए गए दिशा निर्देश के आलोक में करने के बजाय औने-पौने नगद राशि का भुगतान कर उनके द्वारा लाखों रुपए का गबन किया गया है।
अधिवक्ता ने सफाई एजेंसी द्वारा नवगठित नगर पंचायत माझी,नगर पंचायत एकमा,नगर पंचायत रिविलगंज,नगर निगम छपरा एवं नगर पंचायत बेतिया सहित अन्य नगर पंचायत व नगर निगम में उक्त एजेंसी द्वारा किए गए मजदूरी भुगतान राशि की उच्च स्तरीय जांच कराने हेतु गुहार लगाई गई है।
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