छपरा जंक्शन का सेकेंड एंट्री गेट बनकर हुआ तैयार, 26 करोड़ की लागत से बना, तीन नये प्लेटफार्म की सौगात

छपरा
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छपरा। पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल के ए-वन श्रेणी का छपरा जंक्शन की तस्वीर अब पूरी तरह से बदल जायेगी। सारण के लोगों को रेलवे के तरफ से जल्द ही सौगात मिलेगी। छपरा जंक्शन का उत्तर साइड सेकेंड एंट्री गेट बनकर तैयार हो चुका है। निर्माण कार्य अंतिम चरण में चल रहा है। सेकेंड एंट्री गेट भवन, टिकट काउंटर, उप स्टेशन अधीक्षक रूम, स्टाफ रूम, पेयजल, शौचालय आदि बनकर तैयार हो गया है साथ हीं जंक्शन प्लेटफार्म का फ्रश बनकर तैयार हो चुका है। प्लेटफार्म नंबर एक से आठ तक आने-जाने के लिए फूट ओवरब्रीज भी बनकर तैयार हो गया है। स्टेशन भवन का निर्माण लगभग 4.5 करोड़ की लागत से हुई है जबकि शेष राशि प्लेटफॉर्म निर्माण में खर्च की गई है।

26 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान किया था:

छपरा जंक्शन पर द्वितीय प्रवेश द्वार बनाने का प्रस्ताव को 19 सितंबर 20 17 को मंजूर करते हुए 26 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान किया था। द्वितीय प्रवेश द्वार में मुख्य प्रवेश द्वार की तरह सभी तरह का निर्माण कार्य कराया गया है। द्वितीय प्रवेश द्वार के साथ ही एक छह सौ मीटर का रनिंग लाइन, छह सौ मीटर लंबा एवं 11 मीटर चौड़ा एक होम प्लेटफार्म का निर्माण कराया गया है। प्लेटफार्म संख्या 6, 7 और 8 का भी निर्माण कराया गया है। प्लेटफॉर्म पर सभी सुविधाएं उपलब्ध रहेगी। इसमें मुख्य प्रवेश द्वार पुरुष एवं महिला यात्री प्रतीक्षालय, बुकिंग काउंटर, टीसी रूम, शौचालय सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी।

तीन नये प्लेटफार्म का निर्माण:

पहले चरण में छपरा जंक्शन पर तीन नए प्लेटफार्म 6, 7 और 8 चालू हो जाएंगे। इस तरह छपरा जंक्शन पर कुल आठ प्लेटफार्म हो जाएंगे। पहले से एक से लेकर 5 तक प्लेटफार्म था अब 8 प्लेटफार्म हो जाने से अधिक से अधिक ट्रेन जंक्शन पर ली जा सकेंगे और यात्रियों को सहूलियत होगी। आने वाले दिनों में रेलवे दो और प्लेटफार्म 9 और 10 बन सकता है।

2017 में शुरू हुआ था निर्माण कार्य:

पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा जंक्शन पर द्वितीय प्रवेश द्वार का निर्माण कार्य करीब 26 करोड़ की लागत से सितंबर 2017 में ही शुरू कराया गया था। 7 साल में यह निर्माण कार्य पूरा हो पाया है। विदित हो कि पूर्वोत्तर रेलवे का सबसे महत्वपूर्ण स्टेशन छपरा जंक्शन है। यह स्टेशन रेलवे का ए ग्रेड का स्टेशन हैं। जहां प्रतिदिन 15 हजार से अधिक यात्री आवागमन करते हैं। लेकिन स्टेशन पर जाने के लिए बेहतर रास्ता नहीं है। दक्षिण साइड का जो रास्ता है वह जिला परिषद का है और वह अतिक्रमण के चपेट में है। जिला परिषद द्वारा दोनों तरफ दुकानों का निर्माण कराये जाने से उस रास्ते में प्रतिदिन जाम की समस्या से लोगों को जूझना पड़ता है।

साढ़े सात मीटर का होगा पहुंच पथ

उत्तर साइड से छपरा जंक्शन तक पहुंचने के लिए रेलवे ने साढे सात मीटर चौड़ी पहुंच पथ बनाने का निर्णय लिया है। इस सड़क की चौड़ाई को हम फीट में ले तो यह 23-24 फीट चौड़ी होगी। यानी इतनी चौड़ी सड़क से आराम से एक बार में तीन से चार गाड़िया निकल सकती हैं।

नया स्टेशन भवन 528 वर्ग मीटर में होगा

उत्तर साइड के लिए कुल सर्कुलेटिंग एरिया 2600 वर्ग मीटर के आस-पास ली गयी है। इसमें से 528 वर्ग मीटर में केवल स्टेशन भवन है। यह 44 मीटर चौड़ा और 12 मीटर लंबा है इस भवन में पोर्टिको है वेटिंग हॉल, विकलांग रैंप, पूछताछ कार्यालय, बुकिंग कार्यालय, उप स्टेशन अधीक्षक कार्यालय, टिकट स्टोर रूम, कमर्शियल सुपरिटेडेंट रूम, सीटी रूप, पुरूष व महिला शौचालय के अलावा अन्य चार-पांच कमरे बनाए गए हैं। इससे कुछ ही दूरी पर महिला, पुरूष व दिव्यांग के लिए कई शौचालय बनाए गए हैं, विश्रामगृह समेत अन्य यात्री सुविधाएं भी बहाल की जा रही है।

एफओबी का हुआ विस्तार

उत्तर साइड के यात्रियों को दक्षिण साइड के प्लेटफार्म पर आने में कोई परेशानी नहीं हो, इसके लिए जीआरपी थाने के पास नवनिर्मित फुट ओवर ब्रिज को उत्तर साइड में विस्तारित कर दिया गया है साथ ही जीआरपी के पास लिफ्ट सुविधा भी लगा दी गई है। सेकंड एंट्री गेट का शुभारंभ हो जाने के बाद इसका लाभ मिलने लगेगा ।