बिहार डेस्क। सीतामढ़ी की रहने वाली ज्योत्सना प्रिया ने 69वीं बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) परीक्षा में 262वीं रैंक हासिल कर Revenue Officer के पद पर सफलता प्राप्त की है। यह उनकी मेहनत और संघर्ष की कहानी है, जो उन्होंने घर के कामकाज, तीन बच्चों की परवरिश और अपनी पढ़ाई को एक साथ संभालते हुए लिखी।
यह सफलता उनके लिए आसान नहीं थी, क्योंकि उन्हें इस परीक्षा में चार बार असफलता का सामना करना पड़ा। लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी और लगातार प्रयास करते हुए अपनी मंजिल को पाया। ज्योत्सना ने बताया कि घर में उन्हें पति के अलावा किसी से भी विशेष समर्थन नहीं मिला, यहां तक कि सास-ससुर का भी कोई सहयोग नहीं था। बावजूद इसके, उनके पति ने उनका लगातार समर्थन किया और उनकी इस यात्रा में सहारा बने।
ज्योत्सना की सफलता उनके पति की उस दृढ़ निष्ठा का परिणाम है, जिन्होंने अपनी पत्नी के सपनों को पूरा करने के लिए हर कदम पर उनका साथ दिया। यह कहानी उन महिलाओं के लिए एक प्रेरणा है जो समाज की पारंपरिक चुनौतियों का सामना करते हुए अपने सपनों को पूरा करने का हौसला रखती हैं।
पति की मिसाल:
उनके पति की भूमिका इस सफलता की कुंजी बनी। ऐसा पति होना और जीवन के इस कठिन सफर में निरंतर साथ देना किसी भी पत्नी के लिए सौभाग्य की बात है। ज्योत्सना प्रिया का जीवन न केवल एक मां और पत्नी के रूप में प्रेरणा देने वाला है, बल्कि यह हर उस महिला के लिए एक सबक है जो अपने सपनों को साकार करने के लिए संघर्ष करती है।
समाज के लिए उदाहरण:
आज ज्योत्सना प्रिया समाज के लिए एक मिसाल बन चुकी हैं। उनकी मेहनत और साहस ने साबित कर दिया कि यदि सपनों को साकार करने का इरादा मजबूत हो, तो कोई भी मुश्किल हमें रोक नहीं सकती।
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