ऑटो चलाकर पिता ने बनाया दारोगा, बेटी ने ज्वाइनिंग के पांच दिन बाद हीं उठाया खौफनाक कदम

क्राइम बिहार

बिहार डेस्क। बिहार के मुजफ्फरपुर में से दुखद खबर सामने आई है। साइबर थाने में हाल ही में नियुक्त महिला प्रशिक्षु दारोगा दीपिका कुमारी ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। गुरुवार को हुई इस घटना ने पुलिस विभाग को हिला कर रख दिया है। बताया जा रहा है कि दीपिका कुछ दिनों से टेंशन में थी। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। आत्महत्या के पीछे के कारणों का पता लगाने की कोशिश कर रही है। बता दें कि दीपिका अपने परिवार में चार बहनों में तीसरे नंबर पर थीं। उसके पिता ऑटो चलाकर परिवार का पालन-पोषण करते हैं।

पांच दिन पहले ज्वाइन की थी

जानकारी के अनुसार, दीपिका कुमारी पटना के रामकृष्ण नगर की रहने वाली थीं। पांच दिन पहले ही साइबर थाने में बतौर प्रशिक्षु सब इंस्पेक्टर (दारोगा) के रूप में योगदान दिया था। वह बेला इलाके में रहती थीं। बताया जा रहा है कि गुरुवार सुबह उसने अपनी मां को फोन कर बताया था कि वह बहुत टेंशन में है और आत्महत्या करने जा रही हैं। कहा जा रहा है कि कॉल काटने के बाद उसने जहर खाकर जान दे दी।

पुलिस कर रही मामले की जांच

वहीं, घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और दीपिका को अस्पताल ले गई। जांच के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए SKMCH भेज दिया। सिटी एसपी अवधेश दीक्षित ने बताया कि दीपिका की तैनाती साइबर थाने में पांच दिन पहले ही हुई थी। प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का लग रहा है लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल पाएगा। पुलिस सभी पहलुओं से मामले की जांच कर रही है।

थाने में की आत्महत्या

वहीं साइबर थानाध्यक्ष सीमा देवी ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि दीपिका ने थाने में आत्महत्या की है। पुलिस ने बताया कि दीपिका ने अपनी मां को कॉल कर कहा था कि मैं बहुत टेंशन में हूं, आत्महत्या कर रही हूं। इसके बाद उन्होंने फोन काट दिया और जहर खा लिया। जानकारी के अनुसार, दीपिका चार बहन और एक भाई में तीसरे नंबर पर थी। सबसे बड़ी बहन सरकारी शिक्षिका है। दीपिका से बड़ी बहन गृह विभाग दिल्ली में स्टेनो है तो छोटी बहन झारखंड मिलिट्री पुलिस में थी। उसने दो साल पहले रिजाइन कर दिया था। छोटा भाई सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहा है। दारोगा बनने से पहले दीपिका मुजफ्फरपुर, रोसड़ा और हाजीपुर जेल में सिपाही थी।