
छपरा। खरीफ बुआई के बीच उर्वरक की कालाबाजारी और जमाखोरी पर रोक लगाने के लिए सारण जिला प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। जिले में लगातार चल रही छापेमारी के दौरान बड़ी कार्रवाई करते हुए अब तक 158 उर्वरक प्रतिष्ठानों की जांच की गई।
जांच में अनियमितता पाए जाने पर प्रशासन ने 08 प्रतिष्ठानों का अनुज्ञप्ति (लाइसेंस) रद्द कर दिया है, जबकि 03 प्रतिष्ठानों का अनुज्ञप्ति निलंबित किया गया है।
जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि किसानों को निर्धारित दर पर ही उर्वरक उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। कालाबाजारी, मुनाफाखोरी और जमाखोरी करने वाले विक्रेताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी।
प्रशासन की इस सख्ती से किसानों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। जिला प्रशासन ने किसानों से अपील की है कि यदि कहीं भी उर्वरक की कालाबाजारी या मूल्य में गड़बड़ी पाई जाए तो तुरंत जिला हेल्प डेस्क नंबर 06152-248042 पर शिकायत दर्ज कराएं।
खरीफ फसलों की बुआई के बीच किसानों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए जिला कृषि पदाधिकारी, सारण ने जानकारी दी है कि जिले में इस सीजन की जरूरत के अनुरूप पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध है। किसानों को किसी तरह की कठिनाई न हो, इसके लिए प्रशासनिक स्तर पर निगरानी और सख्त कार्रवाई की जा रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, जिले में अब तक खरीफ बुआई के लिए निम्नलिखित उर्वरक उपलब्ध हैं ।
उर्वरक का नाम | उपलब्ध मात्रा (मीट्रिक टन) |
---|---|
यूरिया | 4725.10 |
डीएपी | 2515.90 |
एमओपी | 805.95 |
एनपीकेएस | 2731.90 |
एसएसपी | 818.25 |