सारण के मांझी नगर पंचायत के सरकारी पोखरा पर अतिक्रमणकरियों का कब्जा, DM के आदेश पर नहीं हुआ अतिक्रमणमुक्त

छपरा
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छपरा। अतिक्रमणकारियों द्वारा नवगठित माँझी नगर पंचायत की सरकारी पइन एवं पोखरा का अतिक्रमण कर लिए जाने की शिकायत के बाद सारण के डीएम ने एक माह के भीतर पइन व पोखरों को अतिक्रमण मुक्त कर जल निकासी की ब्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था परंतु जिलाधिकारी के आदेश के पन्द्रह महीना बीत जाने के बाद भी आज तक अतिक्रमण मुक्त नहीं हो पाया है बल्कि कार्यपालक पदाधिकारी,नगर पंचायत माँझी द्वारा उक्त आदेश का खुल्ल खुल्ला अवहेलना कर आज तक क्रियान्वयन नहीं किया गया।

मालूम हो कि पइन व पोखरा की सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर लिए जाने के कारण पूरा नगर पंचायत बरसात के पानी से जलमग्न हो जाता है। साथ ही नगर पंचायत की अधिकांश सड़को पर पानी फैल जाता है। खासकर माँझी माली टोला से थाना बाजार को जोड़ने वाली सड़क पर लगभग तीन वर्षों से पानी भरा हुआ है। इस वजह से नगर पंचायत वासियों को घोर कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।

इस सम्बन्ध में अधिवक्ता बसन्त कुमार “डब्लू ” जिला पदधिकारी से लिखित शिकायत कर अतिक्रमित पईन एवं पोखरो को अतिक्रमण मुक्त करा कर अबिलम्ब जल निकासी कराने एवम पंचायत क्षेत्र की सफाई कराने की माँग की है। संवेदक द्वारा सफाई के नाम पर खानापूर्ति कर सफाई कर्मियों की मजदूरी का भुगतान सरकार के दिशा-निर्देश के अनुरूप नहीं कर बल्कि फर्जी तरीके से सरकारी राशि का भुगतान कर लाखों रूपये का गबन किया गया है ।

आवेदक ने कार्यपालक पदाधिकारी माँझी की कथित मिलीभगत से पईन/पोखरों की सफाई/उड़ाही मानक के अनुरुप नहीं कर केवल खानापूर्ती कर लाखों रुपये का गबन करने के मामले की जाँच कर कारवाई करने एवं आदेश के अवहेलना करने के विरुद्ध contempt of courts Act के अन्तर्गत कारवाई करने गुहार लगाई है। नवगठित नगर पंचायत माँझी के अन्तर्गत अतिक्रमित सभी पईनो व पोखरों की सर्वे मैप के अनुसार मापी करा कर एक माह के अन्दर उन्हें अतिक्रमण मुक्त कराते हुए रिपोर्ट समर्पित करना था।

बावजूद इसके आज तक पानी की निकासी नहीं कराई गई है। माली टोला-थाना बाजार मुख्य पथ लगभग तीन वर्षों से आज तक जलजमाव के कारण लोक आस्था का महापर्व ‘छठ पूजा’ में नगर पंचायत के लोगों तथा राहगीरों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।