IAS बनीं शिक्षक की दोनों बेटियाँ: मिर्जापुर की सौम्या और सुमेघा ने UPSC में रच दिया इतिहास

उत्तर प्रदेश करियर – शिक्षा
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मिर्जापुर।  जब सपनों को पंख परिवार के विश्वास से मिलते हैं, तब इतिहास रचता है — और ऐसा ही कर दिखाया है मिर्जापुर की दो बहनों, सौम्या मिश्रा और सुमेघा मिश्रा ने। UPSC सिविल सेवा परीक्षा 2024 में बड़ी बहन सौम्या ने ऑल इंडिया रैंक 18 हासिल की, जबकि छोटी बहन सुमेघा ने 253वीं रैंक पाकर सफलता की यह कहानी और भी खास बना दी।

एक घर, दो अफसर!

यह कहानी है एक ऐसे शिक्षक पिता की, जिनकी दोनों बेटियाँ अब IAS अफसर बन चुकी हैं। सौम्या पहले से ही मिर्जापुर की SDM (उप जिलाधिकारी) हैं, और अब इस सफलता के साथ वे भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयनित होंगी। दूसरी ओर, छोटी बहन सुमेघा मिश्रा ने भी अपने दूसरे प्रयास में UPSC पास कर परिवार को गर्व से भर दिया।

सौम्या का सफर: नौकरी के साथ तैयारी

सौम्या ने SDM की जिम्मेदारियों के साथ-साथ IAS बनने का सपना नहीं छोड़ा। उन्होंने लगातार तैयारी की और चौथे प्रयास में 18वीं रैंक हासिल कर दिखाई कि लगन के आगे कोई भी चुनौती बड़ी नहीं होती।

सुमेघा की लगन: दूसरे प्रयास में सफलता

सौम्या से तीन साल छोटी सुमेघा ने भी बड़ी बहन के नक्शे-कदम पर चलते हुए दूसरे प्रयास में UPSC पास किया। उनकी मेहनत और धैर्य उन्हें भी IAS की राह पर ले जा रहे हैं।

परिवार की भूमिका

इन दोनों बहनों की सफलता के पीछे हैं उनके माता-पिता का अटूट सहयोग। उनके पिता दिल्ली सरकार में शिक्षक हैं और मां एक गृहिणी। दोनों बेटियों को पढ़ाई और आत्मनिर्भरता की राह पर हमेशा समर्थन दिया।

प्रेरणा हर घर के लिए

यह कहानी सिर्फ मिर्जापुर की नहीं, बल्कि हर उस घर की है जहाँ बेटियाँ सपने देखती हैं और परिवार उन्हें पूरा करने में कंधे से कंधा मिलाकर साथ देता है। सौम्या और सुमेघा की सफलता न सिर्फ उनके परिवार, बल्कि पूरे समाज के लिए एक प्रेरणादायक मिसाल है।