
छपरा। सारण पुलिस की विशेष जांच टीम (SIT) ने एक सनसनीखेज खुलासा करते हुए पाया है कि पानापुर के एक युवक ने अपनी पत्नी की मौत को हत्या दिखाने के लिए झूठी प्राथमिकी कराई थी। पुलिस के अनुसार वास्तविक घटना यह है कि पत्नी ने 22 जून 2025 को आत्महत्या कर ली। शव को छिपाने के उद्देश्य से पति और उसके साथी ने गंडक नदी में फेंक दिया और करीब 50 दिन बाद पति ने अपने ही परिजन भाई, माँ व अन्य तीन व्यक्तियों के खिलाफ हत्या का आरोप लगाकर एफआईआर करवाई।
घटना का सार और जांच की रूपरेखा
पानापुर थाना में संतोष गिरी (पिता स्व. सत्यनारायण गिरी, ग्राम करचौलिया) की ओर से 11 अगस्त 2025 को दर्ज कराई गई शिकायत पर पानापुर थाना कांड सं. 253/25, दिनांक 11.08.2025 के अंतर्गत धारा 103(1)/238/3(5) बी.एन.एस के तहत अनुसंधान प्रारंभ हुआ था। वरीय पुलिस अधीक्षक, सारण के निर्देश पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, मशरख के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम गठित की गई।
जांच के दौरान तकनीकी अनुसंधान, मानवीय सूचनाएँ और परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के आधार पर टीम ने यह निष्कर्ष निकाला कि वादी की पत्नी का किसी अन्य युवक से प्रेम प्रसंग था। इसी कारण वादी द्वारा पत्नी को प्रताड़ित किया जाता था और घटना से एक दिन पूर्व उसके साथ मारपीट भी हुई थी। पुलिस के अनुसार 22 जून 2025 को पीड़िता ने आत्महत्या कर ली। इसके बाद वादी संतोष गिरी तथा उसके सहयोगी विशाल राय (पिता- मंगरू राय, ग्राम करचौलिया) ने साथ मिलकर शव को नदी में फेंक दिया ताकि तथ्य छिप जाएँ।
सबूत व बरामदियाँ
घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल को पुलिस ने जब्त कर लिया है। गंडक नदी के किनारे और संभावित बरामदगी स्थलों के लिए संबंधित थानों के साथ समन्वय स्थापित किया जा रहा है ताकि शव की खोज की जा सके।
पुलिस ने बताया कि प्रारम्भिक जांच में मिले तकनीकी व परिस्थितिजन्य प्रमाणो ने वादी की प्राथमिकी को गलत साबित कर दिया, जिसके बाद आरोपित पति और उसके साथी को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया।
गिरफ्तार आरोपियों का विवरण
- संतोष गिरी, पिता- स्व. सत्यनारायण गिरी, ग्राम करचौलिया, थाना-पानापुर, जिला सारण।
- विशाल राय, पिता- मंगरू राय, ग्राम करचौलिया, थाना-पानापुर, जिला सारण।
जांच टीम व अगला कदम
विशेष जांच दल में निम्नलिखित अधिकारी/कर्मचारी शामिल रहे:
- अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, मशरख (टीम प्रमुख)
- अंचल पुलिस निरीक्षक, मशरख
- थानाध्यक्ष पानापुर व अन्य थाना स्टाफ
- थानाध्यक्ष तरैया व उनके कर्मी
पुलिस ने कहा है कि मामला गंभीरता से लिया जा रहा है। न केवल झूठी प्राथमिकी दर्ज कराने वाले पक्ष के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी बल्कि शव की बरामदगी व घटनास्थल से संबंधित हर तकनीकी-साक्ष्य की वेरीफिकेशन भी की जाएगी। इसके अतिरिक्त, आत्महत्या के कारणों की गहन पड़ताल और यदि आवश्यक हुआ तो मानसिक उत्पीड़न/घरेलू हिंसा से जुड़ी धाराओं के तहत भी छानबीन की जाएगी।