
छपरा। सारण के सिद्ध पीठ आमी में मां अंबिका के गर्भगृह में मां अंबिका के साथ स्तफतिक के शिवलिंग स्थापना को लेकर शोभा यात्रा निकाल कर जलभरी की।इस शोभा यात्रा में हाथी, घोड़ा, उट ,बैंड –बाजे व मोटर वाहन के साथ हजारों नर–नारियों ने जलभरी की। जलभरी की शोभायात्रा गंगा नदी के अंबिका तट से जल लेकर मां अंबिका मंदिर का गांव के बहार–बहार परिक्रमा करते कलश शोभा यात्रा के साथ अमी हनुमान मंदिर मोड़ पहुंचा।वहा से छपरा पटना हाईवे से अम्बिका मन्दिर प्रवेश द्वार पूर्वी गेट से प्रवेश कर जयकारा लगाते मां अंबिका मन्दिर परिसर पहुंचा। वहा पर कलश यात्रियों ने यज्ञ मंडप में कलश रख मां अंबिका के दर्शन किए और प्रसाद ग्रहण कर घर लौटे वही यज्ञ पर बैठने वाले जजमान ने सपत्नीक यज्ञ मंडप में पंचांग पूजन किए।
विदित हो कि यह अंबिकेश्वर नाथ प्राण प्रतिष्ठा यज्ञ समारोह पाच दिनों तक चलेगा।यज्ञ की पूर्णाहुति सत्रह फरवरी को स्तफतिक के अंबिकेश्वर नाथ स्थापना और पुराने पत्थर के शिव लिंग के विसर्जन के बाद संपन्न होगा इसी दिन मां अंबिका के गर्भ गृह में स्थापित शिवलिंग पर त्रिरुद्री रुद्राभिषेक भी होगा।





अंबिकेश्वर नाथ स्थापना को लेकर कलश यात्रा में अमी कर्मवारी पट्टी,अमी चौहानी पट्टी, आमी नरौनी पट्टी, मथुरापुर, इसुपुर, बोधा छपरा, हरजी के अतिरिक्त अन्य गावो के हजारों नर–नरी बच्चे और अमी मन्दिर के समस्त पुजारियों और आचार्य मंडलियों ने हिस्सा लिया। जय श्री राम ,जय मां अंबिका भवानी,हर हर महादेव और जय अंबिकेश्वर नाथ नाथ के नारे से गेरुआ वस्त्र में पूरा काफिला भक्ति के रस में सराबोर दिखा।
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