Jamin Jamabandi Sudhar: राजस्व महा-अभियान में जमाबंदी सुधार में जनता की बड़ी दिलचस्पी, 44 लाख से अधिक आवेदन
16 अगस्त से 20 सितम्बर तक चला राजस्व महा–अभियान

पटना। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग द्वारा चलाया गया राजस्व महा–अभियान शनिवार, 20 सितम्बर को समाप्त हो गया। लगभग डेढ़ महीने तक चले इस अभियान में आम लोगों की उल्लेखनीय भागीदारी रही। विभागीय आंकड़ों के अनुसार, राज्यभर में आयोजित विशेष शिविरों के माध्यम से अब तक कुल 44 लाख 42 हजार 152 आवेदन प्राप्त हुए हैं।
जमाबंदी सुधार सबसे आगे
महा–अभियान के दौरान सबसे अधिक आवेदन जमाबंदी में त्रुटि सुधार से संबंधित रहे। विभाग को इस श्रेणी में कुल 33 लाख 34 हजार 352 आवेदन प्राप्त हुए। इसके अलावा, ऑफलाइन जमाबंदी को ऑनलाइन करने हेतु – 5 लाख 68 हजार 751 आवेदन, उत्तराधिकार नामांतरण के लिए – 2 लाख 92 हजार 020 आवेदन, बंटवारा नामांतरण हेतु – 2 लाख 47 हजार 029 आवेदन प्राप्त हुए।
16 अगस्त से 20 सितम्बर तक चला अभियान
राजस्व महा–अभियान का शुभारंभ 16 अगस्त को किया गया था। इस अवधि में राज्यभर में विशेष शिविरों का आयोजन कर चार प्रमुख प्रकार के कार्यों को प्राथमिकता दी गई—
- जमाबंदी में त्रुटि सुधार
- ऑफलाइन जमाबंदी को ऑनलाइन करना
- उत्तराधिकार नामांतरण
- बंटवारा नामांतरण
ऑनलाइन सेवाएं मिलती रहेंगी
विभाग ने स्पष्ट किया है कि अभियान की औपचारिक समाप्ति के बाद भी ये सभी सेवाएं बिहारभूमि पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन मिलती रहेंगी। इसके अलावा दाखिल–खारिज पोर्टल और परिमार्जन प्लस पोर्टल पर भी संबंधित सेवाएं पहले की तरह 24 घंटे उपलब्ध रहेंगी।
राजस्व विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस महा–अभियान ने न सिर्फ लोगों को अपनी जमीन से जुड़े कागजात दुरुस्त कराने का अवसर दिया बल्कि तकनीक के माध्यम से भूमि संबंधी कार्यों को सरल और पारदर्शी बनाने की दिशा में भी एक अहम कदम साबित हुआ।