हरे-भरे वृक्ष ही हमारे लिए संजीवनी के रूप में एक मात्र सहारा: डॉ राहुल राज

छपरा

छपरा। सारण जिले का एकमात्र सुप्रसिद्ध फार्मेसी संस्थान विवेकानंद VIP फार्मेसी कॉलेज में “विश्व पर्यावरण दिवस” के उपलक्ष्य में विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन संस्थान के व्यवस्थापक सह वी० आई० पी० ग्रुप के निदेशक डॉ० राहुल राज के नेतृत्व में दीप प्रज्जवलित कर किया गया।

इस कार्यक्रम में संस्थान परिवार के सभी सदस्य प्राचार्य , शिक्षक एवं सभी विद्यार्थीगणो ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आज के दिन कार्यक्रम आयोजन का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण को हरा-भरा बनाना तथा उसकी देखभाल व सुरक्षा करना रहा, क्योंकि पर्यावरण के बिना जीवन असंभव है। कार्यक्रम में उपस्थित वी० आई० पी० ग्रुप के निदेशक डॉ० राहुल राज ने इस अवसर पर अपने मन्तव्यों में कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा हमारा प्रथम दायित्व होना चाहिए, क्योंकि यह हमारे लिए जीवनदायिनी है। हम सभी को आज यह सपथ लेना होगा कि पर्यावरण को दूषित होने से बचाने का हर संभव प्रयास करेंगे साथ ही पर्यावरण को हरा भरा बनाने के उद्देश्य से अपने आस-पास अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाएंगे जिससे धरती पर ऑक्सीजन की कमी न हो और तापमान भी सामान्य रहे। संस्थान के शिक्षकों ने भी पर्यावरण के बारे में लोगों को महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान की तथा अधिक से अधिक पौधो को लगाने पर बल दिया।

संस्थान के बी० फार्मा व डी० फार्मा के विद्यार्थियों ने भी अपने शिक्षकों के सानिध्य में महाविद्यालय परिसर में पौधारोपण का कार्य कर लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया। साथ ही उन विद्यार्थियों द्वारा चार्ट पेपर पर एक से बढ़कर एक प्रोजेक्ट तैयार किए गए, जो लोगों में पर्यावरण सुरक्षा को लेकर विशेष संदेश देने का काम किया। संस्थान के प्राचार्य महोदय ने भी इस मौके पर बताया कि ओजोन परत में बड़े बड़े छिद्र हो जाने के कारण सूर्य की पारा बैगनी किरणे सीधे पृथ्वी पर पड़ रही हैं जो पृथ्वी पर काफी बुरा असर डाल रही हैं, आने वाले समय में पृथ्वी पर जीवनयापन दुर्लभ हो सकता है, ऐसी स्थिति में हरे-भरे वृक्ष ही हमारे लिए संजीवनी के रूप में एक मात्र सहारा है। अतः हम सभी को वृक्षों की कटाई को रोकते हुए अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाने होंगे तथा पर्यावरण को दूषित होने से पूर्णतः रोकना होगा। संस्थान के सभी सदस्यों में इस कार्यक्रम को लेकर काफी रोचकता देखने मिली।।