Gorakhpur Link Express Way: 3.5 घंटे में गोरखपुर से लखनऊ तक का सफर, एक्सप्रेसवे से बदलेगी गांव की तस्वीर, घर-घर पहुंचेगा विकास
91 किलोमीटर विकास की पटरी पर दौड़ा गोरखपुर एक्सप्रेसवे

Gorakhpur Link Express Way: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्वांचल के विकास को नई दिशा देने वाले गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का लोकार्पण किया। आजमगढ़ के सलारपुर में आयोजित भव्य समारोह में मुख्यमंत्री ने एक्सप्रेसवे का उद्घाटन कर जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने इसे पूर्वांचल के चहुंमुखी विकास की आधारशिला बताया।
3.5 घंटे में गोरखपुर से लखनऊ तक का सफर
91.35 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर, आजमगढ़, अंबेडकरनगर और लखनऊ को तेज रफ्तार से जोड़ता है। अब गोरखपुर से लखनऊ की दूरी केवल 3.5 घंटे में तय की जा सकेगी। साथ ही दिल्ली सहित अन्य महानगरों की कनेक्टिविटी भी बेहतर होगी। एक्सप्रेसवे के चालू होने से गोरखपुर के खजनी, उरुवा, बेलघाट, गोला और बड़हलगंज जैसे ग्रामीण क्षेत्रों से शहर की मुख्यधारा में पहुंचना आसान हो जाएगा।
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किसानों ने दिखाया अनुकरणीय सहयोग
इस परियोजना की सफलता में किसानों का सहयोग सराहनीय रहा। बिना किसी विरोध के उन्होंने अपनी भूमि सरकार को सौंपी। चार जिलों के 172 गांवों से 1148.77 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण हुआ। इसके लिए 22029 किसानों को 2030.29 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया गया। मुख्यमंत्री ने किसानों की इस सहभागिता को ‘सच्ची राष्ट्रसेवा’ की संज्ञा दी।
सुरक्षा और सुविधाओं का विशेष ख्याल
एक्सप्रेसवे पर यात्री सुरक्षा हेतु यूपीडा ने विशेष फ्लीट तैयार की है, जिसमें 5 इनोवा, 5 कैंपर, 4 एंबुलेंस, 2 क्रेन और 1 हाइड्रा शामिल हैं। हर 25 किलोमीटर पर रेस्ट एरिया बनाए गए हैं ताकि यात्रियों को हर संभव सुविधा मिल सके।
औद्योगिक क्रांति की शुरुआत
एक्सप्रेसवे के साथ औद्योगिक विकास को भी बढ़ावा मिल रहा है। गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) ने एक्सप्रेसवे के किनारे उत्तर प्रदेश का पहला प्लास्टिक पार्क विकसित किया है। 88 एकड़ क्षेत्रफल में बने इस पार्क में 92 यूनिट्स के लिए प्लॉट उपलब्ध हैं, जिनमें से लगभग 60 का आवंटन हो चुका है और कई में उत्पादन भी शुरू हो गया है।
फूड प्रोसेसिंग व कोल्ड स्टोरेज पर फोकस
अंबेडकर नगर में प्रस्तावित नए इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में फूड प्रोसेसिंग और कोल्ड स्टोरेज सेक्टर पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसका उद्देश्य क्षेत्र की कृषि आधारित अर्थव्यवस्था को मजबूती देना है, जिससे किसानों को उनकी उपज का बेहतर मूल्य मिलेगा और रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।
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गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पूर्वांचल के लिए केवल एक सड़क नहीं, बल्कि विकास की एक नई धुरी है। यह परियोजना न केवल यातायात को सुगम बनाएगी, बल्कि औद्योगिक, कृषि और सामाजिक विकास को भी नई रफ्तार देगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की यह पहल उत्तर प्रदेश को आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाने की दिशा में एक ठोस कदम है।