Saran Industrial Hub: सारण में 70 एकड़ में बनेगा इंडस्ट्रियल हब, युवाओं को मिलेगा रोजगार का सहारा
अब दूर नहीं नौकरी की तलाश, छपरा में ही मिलेगा रोजगार का ठिकाना

छपरा। सारण जिले के अमनौर प्रखंड अंतर्गत अरना गांव में जल्द ही औद्योगिक विकास की नई इबारत लिखी जाएगी। यहां 70 एकड़ में औद्योगिक क्षेत्र विकसित किए जाने की योजना पर तेजी से काम शुरू हो रहा है। जिलाधिकारी अमन समीर ने संबंधित अधिकारियों की टीम के साथ प्रस्तावित स्थल का स्थलीय निरीक्षण किया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
सारण के लिए यह एक महत्वपूर्ण विकासात्मक कदम है, जो आने वाले वर्षों में आर्थिक रूप से क्षेत्र को मजबूत करने में सहायक सिद्ध हो सकता है। भूमि का समुचित उपयोग, अतिक्रमण हटाने की सख्ती और जलनिकासी जैसी स्थानीय समस्याओं के समाधान के साथ यह परियोजना एक मॉडल औद्योगिक हब बन सकती है।
कम बजट में बनेगा शानदार मकान, ऐसे कराएं कंस्ट्रक्शन बचेगी बड़ी रकम, जाने सस्ते में घर बनवाने के आसान तरीके |
निरीक्षण का फोकस:
- अरना गांव में 116 एकड़ भूमि और कटसा में 16 एकड़ भूमि की समीक्षा की गई।
- अरना में पूर्व से 30 एकड़ भूमि पर विद्युत उपकेंद्र का निर्माण कार्य प्रगति पर है।
- 5 एकड़ भूमि कचरा डंपिंग हेतु चिह्नित की गई है।
- मुख्य रूप से 70 एकड़ भूमि औद्योगिक क्षेत्र के विकास के लिए प्रस्तावित है।
अतिक्रमण और कानूनी अड़चनों पर सख्ती:
जिलाधिकारी ने अंचलाधिकारी को निर्देश दिया कि भूमि पर चल रही जमाबंदी रद्दीकरण की प्रक्रिया को तत्काल प्रभाव से पूरा करें। साथ ही एक सप्ताह के भीतर सभी प्रकार के अतिक्रमण, चाहे वह अधूरे पक्के निर्माण हों या अन्य अस्थायी कब्जे, हटाकर भूमि को पूरी तरह अतिक्रमण मुक्त किया जाए।
प्रीमियम क्वालिटी के साथ लॉन्च हुआ Vivo का 5G स्मार्टफ़ोन, 8GB रैम के साथ मिलेगा DSLR जैसा कैमरा |
जलनिकासी की समस्या पर त्वरित संज्ञान:
निरीक्षण के दौरान स्थानीय ग्रामीणों ने शिकायत की कि अमनौर विद्युत उपकेंद्र के निर्माण से क्षेत्र का एक प्रमुख नाला अवरुद्ध हो गया, जिससे करीब 10 गांवों में जलजमाव की स्थिति बन रही है। इस पर जिलाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता, विद्युत ट्रांसमिशन को तलब कर निर्देश दिया कि निर्माण कार्य का स्वीकृत नक्शा तत्काल प्रस्तुत करें। जलनिकासी व्यवस्था को बहाल करने के लिए नाले की सफाई व पुनर्निर्माण कार्य शीघ्र प्रारंभ करें, ताकि ग्रामीणों को राहत मिल सके।
औद्योगिक विकास से बढ़ेगा रोजगार:
अधिकारियों के अनुसार, इस औद्योगिक क्षेत्र के विकसित होने से न सिर्फ स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे, बल्कि जिले में निवेश और उद्यमिता को भी बढ़ावा मिलेगा। भविष्य में यहां सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (MSME) इकाइयों की स्थापना की संभावना जताई जा रही है। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी के साथ अपर समाहर्ता, उप समाहर्ता (मढ़ौरा), भूमि सुधार उपसमाहर्ता, महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र और अंचलाधिकारी अमनौर भी उपस्थित थे।