छपरा। देश की लाइफलाइन है भारतीय रेल (Indian Railways)। इसकी ट्रेन में आपने कभी न कभी जरूर सफर किया होगा। यदि नहीं भी किया है तो इसमें सफर की जरूरत कभी भी पड़ सकती है। आमतौर पर बड़े स्टेशनों की टिकट खिड़की (Booking Counter) में लंबी लाइन लगती है। इसकी की सुविधा के लिए रेलवे ने यूटीएस ऐप (UTS App) डेवलप किया है। इससे लोग आसानी से घर बैठे टिकट कटा लेते हैं। अब इस ऐप में एक और महत्वपूर्ण बदलाव हुआ है। हम बता रहे हैं इस बदलाव के बारे में।
आपको पता है कि भारतीय रेल देश में सबसे बड़ा ट्रांसपोर्ट नेटवर्क है। रेलवे बोर्ड ने अनरिजर्व्ड टिकट कटाने के लिए यूटीएस ऐप डेवलप किया है। इस ऐप पर बिना लाइन लगे लोग जनरल टिकट और प्लेटफार्म टिकट कटा लेते हैं। इस पर पैसेंजर मासिक टिकट या एमएसटी भी बना सकते हैं। लेकिन इस पर टिकट तभी कटता है जबकि आप रेल की पटरी से 20 मीटर दूर होते हैं। अब रेलवे ने इस दूरी को शून्य कर दिया है।
रेलवे ने यूटीएस ऐप पर टिकट कटाने के लिए पूरे देश में रेलवे लाइनों की जियो फेंसिंग की है। ऐसा इसलिए ताकि लोग ट्रेन में चढ़ कर टीटीई को देखे तो टिकट नहीं कटा सके। अभी तक रेलवे लाइन से 20 मीटर दूर जा कर टिकट कटाने पर ही ऐप से टिकट कटता था। लेकिन यह दूरी शून्य हो गई। मतलब कि प्लेटफार्म पर भी खड़े हैं तो टिकट कट जाएगा। आपको स्टेशन से बाहर नहीं निकलना होगा।
भारतीय रेल की ट्रेनों से हर रोज करोड़ों की संख्या में लोग सफर करते हैं। इसमें से बड़ी आबादी जनरल टिकट या सेकेंड क्लास का टिकट कटा कर यात्रा करने वालों की होती है। आपको तो पता ही है कि सेकेंड क्लास टिकट काउंटर पर लोगों की कितनी भीड़ होती है। घंटों लाइन में लगना पड़ता है। इससे बेहतर है कि मोबाइल ऐप पर ही टिकट कटा लिया जाए।
अनरिजर्वड टिकटिंग सिस्टम या यूटीएस ऐप से टिकट लेने के लिए आपको मोबाइल फोन पर एक UTS ऐप डाउनलोड करना पड़ता है। यह ऐप आप एंड्रॉइड और iOS प्लेटफार्म से डाउनलोड कर सकते हैं। यदि आपके पास एंड्रॉइड फोन है तो आप प्ले स्टोर से इसे डाउनलोड कर लीजिए।
आपने मोबाइल फोन पर यूटीएस ऐप इंस्टाल कर लिया तो इसमें आपको रजिस्टर होना पड़ेगा। इससे आपको पेटीएम या ऐसे किसी वॉलेट से जोड़ना होगा। ताकि आप यूटीएस में कुछ पैसे रख सकें। इसी पैसे से आप ऑनलाइन टिकट बुक कर पाएंगे, जहां मन हो वहीं। आप इस ऐप से घर बैठे भी टिकट बुक करा सकते हैं।
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