JPU University: जयप्रकाश विश्वविद्यालय में नामांकन का रिकॉर्ड टूटा, 44 हजार छात्रों ने किया आवेदन, जानिए कब जारी होगा Merit List
कुलपति के नेतृत्व में बदली जेपीयू की सूरत, नामांकन में ऐतिहासिक उछाल

छपरा। जयप्रकाश विश्वविद्यालय, छपरा में शैक्षणिक सत्र 2025-29 के लिए स्नातक सीबीसीएस प्रथम सेमेस्टर में 44 हजार से अधिक छात्रों ने आवेदन कर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। यह संख्या बीते वर्षों की तुलना में लगभग दोगुनी है। विश्वविद्यालय में लगातार हो रहे सकारात्मक बदलावों, सत्रों की नियमितता और बेहतर शिक्षण व्यवस्था के चलते छात्रों का रुझान तेजी से बढ़ा है।
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कुलपति के नेतृत्व में दिखा बदलाव
माननीय कुलपति प्रो. परमेंद्र कुमार बाजपेई के कार्यभार संभालने के बाद विश्वविद्यालय में अकादमिक अनुशासन, परीक्षा प्रणाली, पठन-पाठन और प्रशासनिक स्तर पर निरंतर सुधार देखने को मिला है। पहले जहां स्नातक नामांकन के लिए लगभग 20 से 22 हजार आवेदन आते थे, वहीं इस बार यह संख्या 44 हजार के पार पहुंच गई है।
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पहली मेधा सूची 23 जून को
सीबीसीएस स्नातक प्रथम वर्ष (सत्र 2025-29) में नामांकन हेतु पहली मेधा सूची 23 जून 2025 को जारी की जाएगी। इस सूची में लगभग 25 हजार छात्र-छात्राओं के नाम शामिल होंगे, जिनके लिए नामांकन प्रक्रिया इसी दिन से आरंभ होगी।
नामांकन समिति की बैठक में हुआ निर्णय
यह निर्णय कुलपति प्रो. परमेंद्र कुमार बाजपेई की अध्यक्षता में आयोजित विश्वविद्यालय नामांकन समिति की बैठक में लिया गया। बैठक में अध्यक्ष, छात्र कल्याण प्रो. राणा विक्रम सिंह, कुलसचिव प्रो. नारायण दास, समाज विज्ञान संकायाध्यक्ष प्रो. सुरेन्द्र कुमार गुप्ता, विज्ञान संकायाध्यक्ष प्रो. अशोक कुमार, इतिहास विभागाध्यक्ष प्रो. सुधीर कुमार सिंह, प्राचार्य डॉ. किरण कुमारी सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे।
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शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार और पारदर्शिता का असर
विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से नामांकन प्रक्रिया को पारदर्शी, ऑनलाइन और छात्र हितैषी बनाने का प्रयास किया जा रहा है। सीबीसीएस पद्धति, नियमित सत्र संचालन और डिजिटल सिस्टम की वजह से विश्वविद्यालय को अब प्रदेश के अग्रणी शैक्षणिक संस्थानों में गिना जाने लगा है।
छात्रों की बढ़ती भागीदारी इस बात का संकेत है कि जयप्रकाश विश्वविद्यालय में शिक्षा का माहौल बेहतर हो रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन की कार्यशैली, पारदर्शिता और आधुनिक दृष्टिकोण से शैक्षणिक सत्र 2025-29 का नामांकन ऐतिहासिक बन गया है।