
• जिलाधिकारी से की गयी शिकायत, कार्रवाई नहीं होने पर आत्मदाह की धमकी
• मरीजों के जान से हो रहा है खिलवाड़
• गोपालगंज के रहने वाला है डॉक्टर आरके सिंह
छपरा। सारण में एक हीं डॉक्टर के नाम पर दर्जनों फर्जी अस्पताल और नर्सिंग होम संचालित किये जाने का मामला सामने आया है। जहां एक फर्जी डॉक्टर के नाम का बोर्ड लगाकर जिले में कई अस्पताल संचालित किया जा रहा है। इतना हीं नहीं मरीजों के जान के साथ खिलवाड़ भी किया जा रहा है। इसको लेकर सारण जिले के रिविलगंज थाना क्षेत्र के इनई गांव निवासी रामबाबू सिंह की पुत्री अर्निका देवी उर्फ ज्योति ने जिलाधिकारी अमन समीर को लिखित शिकायत दी है।
जिसमें कहा गया है कि गोपालगंज जिले के बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के भीमपुरवा गांव निवासी प्रो. डॉ. आरके सिंह के द्वारा करीब एक दर्जन नर्सिंग होम का संचालन कर मरीजों से लाखों रूपये की उगाही की जा रही है। दिये गये आवेदन में सिविल सर्जन और प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों के मिली भगत का आरोप लगाया गया है।





इन फर्जी अस्पतालों का हो रहा है संचालन:
विदित हो कि प्रो० डा० आर० के सिंह के द्वारा सारण जिला में “प्रकाश सेवा सदन” बनियापुर, के संचालक रंजन गुप्ता, रेणुका हॉस्पीटल, बलिया मोड, माँझी के संचालक विश्ममर पोदार, “माँ भवानी हॉस्पीटल”, मॉझी, ब्लॉक (जलाल बाबा रोड), मांझी के संचालक आन्नद कुमार “सुरक्षा हॉस्पीटल,” राजेन्द्र कॉलेज मोड, छपरा के संचालक सुजीत कुमार सिंह उर्फ लड्डु “पूजा सेवा सदन” रामलीला मठिया, कोनिया माई मंदिर से पश्चिम, छपरा “R-राधा मैक्स केयर पॉली क्लिनिक”, छत्रधारी बाजार अस्पताल चौक दुर्गा मंदिर से पश्चिम छपरा के संचालक डा० राजेश कुमार उर्फ लगढ़ा तथा “राजश्री हॉस्पीटल” मोतीहारी रोड, महम्मदपुर, गोपालगंज द्वारा प्रो० आर० के० सिंह के नाम पर नामित व्यक्ति का बोर्ड लगाकर अवैध रूप से नर्सिंग होम का संचालन कर लाखों रूपये का ठगी कर रहे है।
साथ ही दलालों के माध्यम से उक्त नर्सिंग होम मे रोगीयों को भेजवाकर मरीजों का आर्थिक शोषण करते हुए रोगीयों के जीवन से खिलवाड़ कर रहे है जिससे मरीजो को अपने जीवन से हाथ धोना पड़ रहा है।
आज तक नर्सिंग होम की जाँच नहीं की गई
अर्निका देवी ने इस संबंध में लिखित शिकायत आवेदन देकर उक्त नर्सिंग होम का जाँच कर फर्जी चिकित्सक बनकर इलाज कर रहे संचालकों के विरुद्ध कानूनी कारवाई की मांग कि परन्तु “मेडिकल रैक्ट” द्वारा नाजायज रूपये वसूली कर “सिविल सर्जन” एवं “प्रखण्ड प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी” को पहुँचा दिया जाता है।
जिस कारण आज तक उक्त नर्सिंग होम की जाँच नहीं की गई और न ही मेडिकल रैक्टों के विरुद्ध फर्जी तरीके से चलाये जा रहे नर्सिंग होम के संचालकों के विरूद्ध प्राथमिकी ही दर्ज किया गया बल्कि मेरे शिकयत आवेदन के आलोक में जाँच के नाम पर उक्त नर्सिंग होम के संचालकों से मोटी रकम वसूली कर उनके द्वारा लगाये गये बोर्ड को हटवाकर गोरख धंधा आज भी चलवाया जा रहा है।
यूट्यूब पर देखकर करते है ऑपरेशन:
शिकायतकर्ता ने आवेदन में लिखा है कि सभी नर्सिंग होम सरकार के मापदंड के अनुसार नही है और न ही उक्त नर्सिंग होम में कोई एम० बी० बी० एस० डॉक्टर ही है बल्कि प्रो० डा० आर० के० सिंह द्वारा अपने नाम का बोर्ड एवं लेटर पैड छपवाकर सभी नर्सिंग होम में उपलब्ध कराकर संचालकों द्वारा संचालित कराया जा रहा है। एवं उक्त नर्सिंग होम के संचालक ही फर्जी चिकित्सक बनकर मरीजो का इलाज एवं आपरेशन youtube के माध्यम से कर प्रतिदिन लाखों रूपया का उगी कर रहे है। साथ ही संचालकों द्वारा फर्जी चिकित्सक बनकर इलाज करने के कारण अनेको मरीजों असमय काल के गाल मे समा गये। आवेदिका द्वारा इन सभी पर कानूनी कार्रवाई की मांग की गयी है, अगर कानूनी कार्रवाई नहीं होती है तो आत्मदाह करने की बात कही गयी है।
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