अमेरिका, चीन और रूस के बाद भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेल्वे नेटवर्क है, भारत मे प्रति दिन लगभग 2.50 करोड़ यात्री ट्रेन मे सफर करते है। क्या आप जानते है की भारत मे सबसे लंबी सफर कौन सी ट्रेन तय करती है।
रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय रेल्वे के द्वारा प्रति वर्ष लगभग 800 करोड़ लोग सफर करते है। वही भारत की जनसंख्या करीब 140 करोड़ से ज्यादा है, ये आंकड़े बताते हैं कि देश की जनसंख्या का चार गुना यात्री भारतीय रेलवे की ट्रेनों में सफर करते है।
वर्तमान में देश में लगभग 1,200 पैसेंजर एक्सप्रेस ट्रेनें चलती हैं। रेलवे के आंकड़ों के अनुसार, 2022-23 में मालगाड़ी से 151 करोड़ टन सामान और कार्गो एक जगह से दूसरी जगहों पर पहुंचाया गया था.
लेकिन आज हम आपको देश की सबसे लंबी दूरी तय करने वाली ट्रेनों के बारे में बताने वाले हैं। ये ट्रेन कई राज्यों में सफर करते हुए अपने लक्ष्य तक पहुंचती हैं।
देश में सबसे लंबा सफर तय करने वाली ट्रेन विवेक एक्सप्रेस है. विवेक एक्सप्रेस की शुरुआत स्वामी विवेकानंद की 150वीं जयंती पर की गई थी. यह ट्रेन असम के डिब्रूगढ़ से तमिलनाडु के कन्याकुमारी तक का 4,300 किमी दूसरी का लंबा सफर तय करती है.
विवेक एक्सप्रेस को इस दूरी को तय करने में 80 घंटे से ज्यादा का समय लगता है. सफर के दौरान ये ट्रेन 59 स्टेशनों पर रुकती है. इतना ही नहीं यात्रा पूरी करने के दौरान विवेक एक्सप्रेस देश के 9 राज्यों से होकर गुजरती है. बता दें कि यह रेलमार्ग भारत ही नहीं बल्कि पूरे उपमहाद्वीप में सबसे लंबा है.
विवेक एक्सप्रेस अपने सफर के दौरान असम, नागालैंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, झारखंड, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, केरल और तमिलनाडु को कवर करती है. इस ट्रेन में 19 कोच लगे हुए हैं.
वहीं विवेक एक्सप्रेस में डिब्रूगढ़ से कन्याकुमारी तक के सफर के लिए आपको 1200 से 5000 रुपये तक का किराया देना होता है. इस ट्रेन में थर्ड एसी का किराया करीब 3,000 रुपये लगता है. वहीं, सेकंड एसी का किराया करीब 5,000 रुपये और स्लिपर कोच का किराया करीब 1200 रुपये लगता है.
बता दें कि विवेक एक्सप्रेस की घोषणा रेल बजट 2011-12 के दौरान की गई थी. विवेक एक्सप्रेस ट्रेन सप्ताह में दो दिन ही चलती है. ये डिब्रूगढ़ से शाम 7.25 बजे निकलकर करीब 80 घंटे बाद कन्याकुमारी स्टेशन पहुंचती है.