
छपरा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को छपरा के रतनपुर बिनटोलिया स्थित कार्यक्रम स्थल से सारण जिले को बड़ा विकास पैकेज दिया। उन्होंने प्रगति यात्रा के दौरान की गई घोषणाओं से संबंधित 1203.81 करोड़ रुपये की लागत वाली 27 योजनाओं का शिलान्यास किया। इन योजनाओं के पूरा होने से जिले की बिजली, सड़क, आधारभूत संरचना और सामाजिक कल्याण सेवाओं को नई दिशा मिलेगी।
मुख्यमंत्री द्वारा शिलान्यास की गई प्रमुख योजना
- 545 करोड़ 90 लाख रुपये की लागत से 400/220/132 केवी ग्रिड उपकेंद्र, छपरा एवं 132 केवी के संचरण लाइन का निर्माण।
- 60 करोड़ 1 लाख रुपये की लागत से एचटीएलएस द्वारा रीकन्डक्टरिंग कार्य।
- 93 करोड़ 62 लाख रुपये से एकमा–मशरख पथ का चौड़ीकरण कार्य।
- 41 करोड़ 66 लाख रुपये की लागत से एकमा से डुमाईगढ़ तक पथ का चौड़ीकरण।
- 89 करोड़ 95 लाख रुपये से एनएच-19 के छूटे हुए छपरा सेक्शन पथ का चौड़ीकरण।
- 40 करोड़ 53 लाख रुपये की लागत से खैरा–बिनटोलिया पथ का चौड़ीकरण।
- 7 करोड़ 17 लाख रुपये से एकमा, शीतलपुर और मशरख ग्रिड उपकेंद्रों में कुल 5 अदद 33 केवी लाइन ‘बी’ का निर्माण।
इसके अलावा कई अन्य परियोजनाएं भी शामिल हैं, जिनसे जिले के ग्रामीण और शहरी इलाकों में बुनियादी ढांचा मजबूत होगा।
निरीक्षण और विकास का विजन
शिलान्यास कार्यक्रम से पहले मुख्यमंत्री ने जगदम कॉलेज से खैरा बिनटोलिया तक सड़क चौड़ीकरण कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के पूरा हो जाने से छपरा में ट्रैफिक जाम की समस्या कम होगी और शहरी विकास को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही बिनटोलिया के पास बन रहे नए बस स्टैंड से रोड कनेक्टिविटी बेहतर होगी।
लाभुकों और जीविका दीदियों से संवाद
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पेंशनधारी लाभुक, जीविका समूह की दीदियां और अन्य लोग मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने उनसे संवाद कर उनकी समस्याओं और अनुभवों को सुना।
- पेंशनधारियों ने मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि वृद्धजन, दिव्यांग और विधवा महिलाओं की पेंशन राशि 400 रुपये से बढ़ाकर 1100 रुपये कर दी गई है, जिससे उन्हें राहत मिली है।
- ग्रामीण उपभोक्ताओं ने कहा कि 125 यूनिट बिजली मुफ्त मिलने से उनका आर्थिक बोझ कम हुआ है।
- जीविका दीदियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि महिलाओं के उत्थान के लिए चल रही योजनाओं से सारण जिले में आर्थिक और सामाजिक बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि सात प्रतिशत ब्याज दर पर बैंक से लोन उपलब्ध होने से वे स्वरोजगार और आजीविका के नए अवसर बना रही हैं।
आशा कार्यकर्ताओं और कलाकारों ने भी प्रोत्साहन राशि में वृद्धि और कलाकार पेंशन योजना के तहत 3 हजार रुपये मासिक पेंशन दिए जाने पर मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया।
मुख्यमंत्री ने कहा – “जब हमारी सरकार बनी थी, तब बिहार में स्वयं सहायता समूहों की संख्या बेहद कम थी। 2006 में हमने विश्व बैंक से कर्ज लेकर इसे बढ़ाने की शुरुआत की। हमने ही इसे ‘जीविका’ नाम दिया और आज आप सभी जीविका दीदियां बनकर पूरे बिहार में मिसाल कायम कर रही हैं। आपके कार्यों से प्रेरणा लेकर केंद्र सरकार ने इसे पूरे देश में ‘आजीविका योजना’ के रूप में लागू किया। आप सब हिम्मत के साथ आगे बढ़ें, सरकार हरसंभव सहयोग करेगी।”
मुख्यमंत्री की इस सौगात से सारण जिले को सड़क और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं में व्यापक सुधार मिलेगा। साथ ही महिलाओं, पेंशनधारियों और आम उपभोक्ताओं के लिए की गई घोषणाएं उनके आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगी।