बादल आपको हल्के लग सकते हैं, लेकिन हर बादल का वजन सौ हाथियों के वजन से भी ज्यादा होता है। आपको बता दें कि एक बादल का औसत वजन 1.1 मिलियन पाउंड होता है।
यदि आप आकाश की ओर देखें तो बहुत सारे बादल आकाश में तैर रहे हैं। आपको लगता होगा कि ये बादल एक दम रुई की तरह हल्के होंगे, इसीलिए ये आसमान से नीचे नहीं गिरते. हालांकि, ऐसा नहीं है. इन बादलों का वजन हजारों किलोग्राम होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसमें पानी भरा हुआ है. ऐसे में सवाल उठता है कि भारी पानी वाले बादल आसमान में कैसे अटक जाते हैं? ऐसी कौन सी चीज है जो इन्हें धरती पर गिरने से बचा लेती है.
![](https://sanjeevanisamachar.com/wp-content/uploads/2024/06/20240610_155843.png)
![](https://sanjeevanisamachar.com/wp-content/uploads/2024/02/20231109_100458-scaled.jpg)
![](https://sanjeevanisamachar.com/wp-content/uploads/2024/01/rishav-ji.jpg2-1-Copy.jpg)
![](https://sanjeevanisamachar.com/wp-content/uploads/2024/01/20240121_123355.png)
बादल कितने भारी होते हैं?
बादल आपको हल्के लग सकते हैं, लेकिन हर बादल का वजन सौ हाथियों के वजन से भी ज्यादा होता है। आपको बता दें कि एक बादल का औसत वजन 1.1 मिलियन पाउंड होता है। अगर इसे किलोग्राम में बदलें तो यह लगभग 45000 किलोग्राम होता है। तो हम मान सकते हैं कि इसका वजन सौ हाथियों से भी ज्यादा है।
![](https://sanjeevanisamachar.com/wp-content/uploads/2024/01/PNG-FILE-2.png)
बादल क्यों नहीं गिरते?
प्रश्न उठता है कि यदि बादल इतने भारी होते हैं तो गिरते क्यों नहीं? विज्ञान के सिद्धांत के अनुसार जल वाष्प के रूप में वायु में सर्वत्र विद्यमान है। जैसे-जैसे जलवाष्प युक्त यह गर्म हवा ऊपर उठती है, यह धीरे-धीरे ठंडी होने लगती है और जब इसमें पानी जमा हो जाता है, तो यह छोटी-छोटी पानी की बूंदों के रूप में इकट्ठा हो जाता है। आम बोलचाल की भाषा में बादल कहा जाता है।
![](https://sanjeevanisamachar.com/wp-content/uploads/2024/02/20231109_100458-scaled.jpg)
अब आपको बताते हैं कि ये बादल क्यों नहीं गिरते। दरअसल, बादलों में मौजूद पानी की बूंदें इतनी छोटी होती हैं कि गर्म हवा उन्हें आसानी से ऊपर उठा सकती है। यह बिल्कुल वैसा ही है जैसे पानी को गर्म करने पर भाप उठती है। जब यह वाष्प बाद में पानी की बड़ी बूंदों में बदल जाती है, तो ये बादल बारिश, ओले या बर्फ के रूप में गिरने लगते हैं। जब तक ऐसा नहीं होता, ये छोटी-छोटी बूंदें हवा में तैरती रहेंगी।
![](https://sanjeevanisamachar.com/wp-content/uploads/2024/01/20230709_150331.png)
![](https://sanjeevanisamachar.com/wp-content/uploads/2024/07/IMG_20240310_225043-1-scaled.jpg)