छपरा। विश्व प्रसिद्ध सोनपुर मेला के आयोजन को लेकर सोनपुर नगर पंचायत सभागार में सारण सांसद राजीव प्रताप रूड़ी की उपस्थिति में स्थानीय जनप्रतिनिधिगण, मेला कमिटी के सदस्यगण, जिला एवं अनुमंडल स्तर के अधिकारियों की मौजूदगी में बैठक की गई। बताया गया कि इस वर्ष सोनपुर मेला 13 नवंबर से शुरू होकर 14 दिसंबर 2024 तक चलेगा। बैठक में उपस्थित सभी प्रतिनिधियों से महत्वपूर्ण फीडबैक एवं सुझाव प्राप्त किया गया। सड़कों एवं स्ट्रीट लाइटों की मेला से पूर्व मरम्मती कराने, सोनपुर में स्थाई सीसीटीवी, महिलाओं के लिये शौचालय, स्मारिका प्रकाशन आदि जैसे सुझाव दिये गए।
स्वदेश दर्शन योजना 2.0 के तहत मेला का होगा विकास:
बताया गया कि सोनपुर मेला क्षेत्र के समग्र विकास हेतु केंद्र सरकार द्वारा 25 करोड़ रुपये स्वदेश दर्शन योजना 2.0 के तहत स्वीकृति दी गई है। सम्पूर्ण मेला क्षेत्र के समग्र विकास हेतु पर्यटन विभाग द्वारा कार्ययोजना तैयार की जा रही है। इस कार्ययोजना के ब्लूप्रिंट का प्रेजेंटेशन भी पॉवरपॉइंट के माध्यम से चयनित एजेंसी द्वारा किया गया। अंतिम रूप से स्वीकृत कार्ययोजना के अनुरूप मेला क्षेत्र को स्थाई रूप से विकसित करने हेतु कार्रवाई की जायेगी।
मेले का विधिवत डॉक्यूमेंटेशन होगा:
सांसद ने कहा कि विगत वर्षों के मेले सहित प्रत्येक वर्ष के मेले का विधिवत डॉक्यूमेंटेशन किया जाय। इसमें स्थानीय लोगों को भी आवश्यक सहयोग देने को कहा गया।उपविकास आयुक्त एवं अनुमंडल पदाधिकारी सोनपुर ने मेला के आयोजन की तैयारी के बारे में जानकारी दी।
सोनपुर मेले में बुनियादी ढांचे और सुरक्षा व्यवस्था के लिए सीसीटीवी कैमरा और ड्रोन आदि के लिये निविदा के माध्यम से कार्रवाई की जा रही है। इसके साथ ही मेला परिसर में साफ-सफाई, भोजन व्यवस्था और टेंट/पंडाल के लिए भी अलग-अलग टेंडर के माध्यम से कार्रवाई की जा रही है।
शौचालय और चेंजिंग रूम की व्यवस्था रहेगी:
मेले में आने वाले मेहमानों और पशुओं के लिए पीने के पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। चौबीसों घंटे एम्बुलेंस सुविधा के साथ-साथ पशु चिकित्सा सेवाएं भी उपलब्ध रहेंगी। सोनपुर मेला स्थल पर आपदा प्रबंधन टीम और भगदड़ नियंत्रण दल भी मौजूद रहेंगे। कार्तिक पूर्णिमा स्नान के दौरान शौचालय और चेंजिंग रूम की व्यवस्था रहेगी।
प्रचार-प्रसार पर होगा विशेष फोकस:
मेले का प्रचार-प्रसार पूरे जोर-शोर से किया जाएगा। स्थानीय इलाकों में माइकिंग की जाएगी, मेला क्षेत्र के प्रवेश के सभी मार्गों पर होर्डिंग लगाये जाएंगे। मेले में आयोजित दैनिक कार्यक्रमों को लोगों तक पहुचाने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग किया जाएगा।
मेला क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जायेगा।पुलिस जगह-जगह हेल्प डेस्क बनाएगी। छेड़छाड़ के मामलों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। पुलिस अधिकारी सिविल ड्रेस में शरारती तत्वों पर नजर रखेंगे। लोगों की सुविधा के लिए खोया-पाया काउंटर भी स्थापित किए जाएंगे।
महत्वपूर्ण कार्यक्रमों के अवसर पर भीड़ नियंत्रण हेतु दबाव बिंदुओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, जहां समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। उचित आपातकालीन प्रवेश और निकास बिंदुओं की स्पष्ट रूप से पहचान की जाएगी और उचित तरीके से साइनेज लगाए जाएंगे।
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