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Railway News: रेलवे सुरक्षा पर ‘मिशन मोड’, हर क्रॉसिंग गेट पर लगेगा CCTV कैमरा, रेल मंत्री ने दिया 11 मूलमंत्र

पिता के निधन के अगले दिन रेल मंत्री ने संभाली सुरक्षा की कमान

रेलवे डेस्क। देश में रेलवे सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की मिसाल तब देखने को मिली जब रेल मंत्री ने अपने पूज्य पिता के निधन के अगले ही दिन पारिवारिक शोक के बीच लेवल क्रॉसिंग (LC) गेट सुरक्षा जैसे अत्यंत संवेदनशील मुद्दे की गहन समीक्षा फोन पर की। इस समीक्षा बैठक में उन्होंने रेलवे बोर्ड और ज़ोनल अधिकारियों से संवाद कर 11 महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए, जो देशभर के सभी रेलवे ज़ोन में तत्काल प्रभाव से लागू होंगे।

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15 दिनों तक चलेगा विशेष अभियान

रेलवे मंत्रालय द्वारा 8 जुलाई से एक 15 दिवसीय विशेष सुरक्षा अभियान की शुरुआत की गई है, जिसका लक्ष्य देशभर के लेवल क्रॉसिंग गेट्स की सुरक्षा जांच करना और उनमें तकनीकी एवं संरचनात्मक सुधार सुनिश्चित करना है।

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🚦 ये हैं रेल मंत्री द्वारा जारी किए गए  प्रमुख निर्देश:

CCTV कैमरे और रिकॉर्डिंग सिस्टम अनिवार्य:


सभी LC गेट्स पर निगरानी के लिए CCTV कैमरे, रिकॉर्डिंग सिस्टम, सौर पैनल, बैटरी बैकअप और UPS जैसी सुविधाओं को जल्द से जल्द मिशन मोड में लगाया जाए। ‘Close to Road Traffic’ वाले गेट्स को ‘Open to Road Traffic’ में बदलने की नीति की समीक्षा की जाए ताकि ट्रैफिक की सुगमता और सुरक्षा दोनों सुनिश्चित हो।

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इंटरलॉकिंग कार्य में तेजी:


सभी लेवल क्रॉसिंग गेट्स पर इंटरलॉकिंग प्रणाली की शीघ्र स्थापना की जाए। इंटरलॉकिंग एवं निर्माण कार्यों में रेलवे की सार्वजनिक उपक्रम इकाइयों (PSUs) को भी शामिल किया जाए।इंटरलॉकिंग के लिए TVU (Train Vehicle Unit) सीमा 20,000 से घटाकर 10,000 की गई है, जिससे अधिक गेट्स को कवर किया जा सके।

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प्राथमिकता के आधार पर कार्य:


जिन गेट्स पर TVU 10,000 से अधिक है, उन्हें इंटरलॉकिंग के लिए प्राथमिकता दी जाए — चाहे ROB/RUB की योजना हो या न हो।  सभी मंडल प्रतिदिन कम-से-कम 2 गैर-इंटरलॉक गेट्स की वॉइस लॉग की रैंडम जांच करें। सभी DRMs यह सुनिश्चित करें कि वॉइस लॉगर प्रणाली पूरी तरह कार्यशील और नियमित रूप से मॉनिटर की जा रही है।

सुरक्षा संकेतों की मानक अनुरूपता:


स्पीड ब्रेकर और चेतावनी बोर्ड्स को तय मानकों के अनुसार लगाया जाए और किसी भी त्रुटि की तत्काल सुधार की व्यवस्था हो। लेवल क्रॉसिंग गेट्स को हटाने के लिए एलएचएस (लो हाइट सबवे), आरओबी (रोड ओवर ब्रिज) और आरयूबी (रोड अंडर ब्रिज) निर्माण कार्यों को तेज़ी से पूरा किया जाए।

संवेदनशील गेट्स पर सुरक्षा:


ऐसे गेट्स की सूची बनाई जाए जहाँ गेटमैन पर जनता ने दबाव डाला हो या दुर्व्यवहार किया हो। वहां RPF या होमगार्ड की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए।

 सुरक्षा को सर्वोपरि रखने की प्रतिबद्धता

रेल मंत्री द्वारा शोक की घड़ी में भी इस संवेदनशील विषय पर ध्यान देना रेलवे की सुरक्षा प्राथमिकताओं की गंभीरता को दर्शाता है। अधिकारियों को जारी निर्देशों से यह स्पष्ट है कि सरकार लेवल क्रॉसिंग को लेकर कोई समझौता नहीं करना चाहती।

रेल मंत्रालय ने आम जनता से भी अपील की है कि लेवल क्रॉसिंग गेट्स पर नियमों का पालन करें और किसी भी प्रकार की लापरवाही से बचें।


रेल मंत्री का यह कदम न केवल संवेदनशील नेतृत्व का प्रतीक है, बल्कि यह दर्शाता है कि रेलवे सुरक्षा को लेकर शीर्ष स्तर पर भी कोई ढिलाई नहीं बरती जा रही। आने वाले दिनों में इन निर्देशों के ज़रिए देशभर के लाखों यात्रियों की यात्रा और अधिक सुरक्षित होने की उम्मीद की जा रही है।

News Desk

Publisher & Editor-in-Chief

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