छपरा:जिला पदाधिकारी सारण अमन समीर के दिशा निर्देशानुसार जिले के सभी प्रखंडों में डेंगू के प्रसार को रोकने हेतु नियमित रूप से temophose larvicidal का स्प्रे करवाया जा रहा है। जन- जागरूकता हेतु क्षेत्र में hand bill के वितरण के जरिए आशा दीदीअपने पोषक क्षेत्र में घूम-घूम कर कहीं भी जल-जमाव न हो इसका व्यापक रूप से प्रचार प्रसार कर रही हैं। आशा दीदी से उनके पोषक क्षेत्र में प्रतिदिन प्रभावित बुखार के रोगियों की सूचना मांगी जा रही है एवं उन पर निगाह रखी जा रही है।
डेंगू के फैलाव को रोकने के लिए हर एक पी एस सी में एक-एक फागिंग मशीन खरीदने का आदेश दिया गया है एवं ज्यादातर पीएससी में इसका क्रय कर लिया गया है। जहां भी डेंगू की रोगी मिलते हैं, वहां मलीथिओने का फागिंग करवाया जा रहा है। साथ ही larvicidal का भी स्प्रे करवाया जा रहा है।अभी तक जिले में 46 रोगी चिन्हित किए गए हैं। जिसमें कुछ लोग बाहर से आए हुए हैं। जैसे दिल्ली से या पंजाब से। जिला मलेरिया कार्यालय के द्वारा प्रत्येक दिन हर एक पीएससी में बुखार के रोगियों की संख्या बारे में जानकारी ली जाती है एवं अगर डेंगू का लक्षण पाया जाता है तो उसका NS1एलिसा आईजीएम की जांच जिला स्तर पर की जाती है । सदर अस्पताल छपरा में 10 बेड डेंगू के रोगियों के लिए सुरक्षित रखा गया है। जहां डेंगू के इलाज हेतु सभी प्रकार की सुविधा की व्यवस्था की गई है । जिला अस्पताल के आईसीयू को जरूरत पढ़ने पर आवश्यक सुविधाओं के साथ तैयार रखा गया है।जिला रक्त अधिकोष में भी समुचित मात्रा में खून संग्रहित कर रखा गया है ।छपरा नगर निगम एवं विभिन्न नगर पंचायत के द्वारा प्रत्येक दिन मच्छर से बचाव हेतु फॉगिंग करवाया जा रहा है। सभी जगहों पर larvicidal का स्प्रे भीलगातार किया जा रहा है।
प्रत्येक पी एस सी में दो-दो बेड डेंगू रोगियों के लिए सुरक्षित रखा गया है। सारण जिला डेंगू के बचाव एवं डेंगू रोगियों के चिकित्सा के लिए तैयार है। सभी पी एच सी को अपने अपने क्षेत्र में स्कूल के चेतना सत्र में जागरूकता हेतु प्रभात फेरी करवाने का निर्देश दिया गया है। जिला में डेंगू कंट्रोल हेतु कंट्रोल रूम बनाया गया है एवम नोडल ऑफिसर के रूप में श्री शशि कुमार वेक्टर बॉर्न कंट्रोल ऑफिसर सारण को नामित किया गया है।
कंट्रोल रूम का मोबाइल नंबर 8804693645 है। सभी निजी चिकित्सक,आई एम ए, एवं निजी जांच घरों को पत्र के माध्यम से अनुरोध किया गया है कि यदि उनके यहां डेंगू के संभावित मरीज पाए जाते हैं,तो इसकी सूचना अविलंब स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध करावें। ताकि उसका सही ढंग से जांचोपरांत इलाज किया जा सके।
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