बिहार डेस्क। मुजफ्फरपुर जिले के कटरा प्रखंड अंतर्गत अम्मा निवासी जान्हवी एक बार फिर सुर्खियों में है. उन्हें देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का बुलावा आया है. संयुक्त राष्ट्र संघ, अमेरिका में प्रतिनिधि समाजसेवी संतोष कुमार व समाजसेवी अर्चना की पुत्री जान्हवी लेखिका भी हैं. वह मिस टीन इंडिया रह चुकी हैं और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में उन्होंने बहुत महत्वपूर्ण कार्य किए हैं. जाह्नवी महज 16 वर्ष की उम्र मे ही लैंगिक समानता, पीरियड्स, सेक्सुअल राइट्स जैसे गंभीर मुद्दों पर काफी मुखर हैं. इस कारण संयुक्त राष्ट्र फाऊण्डेशन, अमेरिका द्वारा लगातार तीन वर्षो तक सम्मानित हुई हैं.
इसके साथ ही जान्हवी ने जेन्डर इक्वलिटी व पीरियड्स पर कई किताब भी लिखी हैं. इन विषयों पर आधारित लगभग 150 स्थानीय/अंतर्राष्ट्रीय बैठकों में भाग लेने के अलावा संयुक्त राष्ट्र फाऊण्डेशन व नेल्सन मंडेला के सिद्धान्तों पर कार्यरत वैश्विक मंच से स्पीकर भी रह चुकी हैं. भारत विकास परिषद् ने भी मानद् सदस्य के रूप में जाह्नवी को स्थान दिया है.
राष्ट्रपति कार्यालय का पत्र प्राप्त होते ही पूरे परिवार व सगे-संबंधियों मे खुशी की लहर दौड़ गई. माता अर्चना ने बताया कि परिवार में यह दूसरा बड़ा मौका है, जब हमलोग खुशी के आंसू रोक नहीं पाए. इससे पूर्व यह स्थिति तब बनी थी, जब संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय,अमेरिका के सत्र मे भाग लेने हेतु संतोष कुमार को बुलावा आया था और गए भी थे.
जान्हवी ने कहा कि एक साधारण गांव से उठकर अमेरिका स्थित संयुक्त राष्ट्र और अब महामहिम के भवन तक की यात्रा हम जैसे साधारण परिवार के लिए बहुत बड़ी बात है. जाह्नवी के भाई सूर्यांश ने भी अपने नाम एक अनोखा रिकॉर्ड बनाया है. सूर्यांश महज 13 साल की उम्र में 56 कम्पनियों का CEO है.
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