सिक्किम में आयी बाढ़ में अबतक 19 लोगों की मौत, 22 जवानों सहित 103 लापता

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हिमांशु कुमार यादव

न्यूज़ डेस्क। सिक्किम में बादल फटने से तीस्ता नदी में आई बाढ़ की वजह से 19 लोगो की मौत, 22 जवानो सहित 103 लापता, लापता लोगों की तलाश के लिए सेना और एनडीआरएफ की टीमें बढ़ाई गई हैं। हेलीाकॅप्टर और ड्रोन की भी मदद ली जा रही है। गुवाहाटी और पटना से और टीमें भेजी जा रही हैं। इसी बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने राज्य के सीएम प्रेम सिंह तवांग से फोन पर बात की है। हर तरह की मदद का भरोसा दिया गया है।रक्षा और गृह मंत्रालय के अधिकारी ऑपरेशन में लगे अधिकारियों से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं। राज्य मशीनरी के साथ भी संपर्क जारी है। सड़कों की मरम्मत करने और रास्ते खोलने के काम को तेज कराने की कोशिशें हो रही हैं। प्रभावित इलाके में सेना और अन्य सुरक्षा बलों के जरिए राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है।

सरकारी निर्देश अनुसार सभी स्कूल, कॉलेज 15 अक्टूबर तक बंद रहेंगे

सिक्किम में खराब मौसम के कारण सभी सरकारी और निजी स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय 15 अक्टूबर तक बंद रहेंगे। राज्य शिक्षा विभाग द्वारा बृहस्पतिवार को जारी संशोधित परिपत्र में यह जानकारी दी गई। यह परिपत्र तीस्ता नदी घाटी में आई अचानक बाढ़ के बाद विनाशकारी आपदा के कारण सिक्किम मेंस्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को अगली सूचना तक बंद करने के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग के निर्देश के कुछ घंटों के बाद आया है। शिक्षा विभाग ने बुधवार को एक परिपत्र में पहले सरकारी और निजी स्कूलों को आठ अक्टूबर तक बंद करने का आदेश दिया था।

11 पुल बहे गए और 277 घर क्षतिग्रस्त

सिक्किम में ल्होनक झील पर बादल फटने से तीस्ता नदी में अचानक आई बाढ़ से राज्य में 11 पुल बह गए। उनमें से अकेले मंगन जिले के आठ पुल बहे नामचि में दो और गंगटोक में एक पुल बह गया। राज्य के चार प्रभावित जिलों में पानी की पाइपलाइन, सीवर लाइनें और कच्चे और पक्के 277 घर क्षतिग्रस्त हो गए।

चुंगथांग शहर में सबसे ज्यादा नुकसान

चुंगथांग शहर में बाढ़ से सबसे अधिक नुकसान हुआ है, जिसमें इसका 80 प्रतिशत हिस्सा बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। राज्य के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण NH-10 के कई हिस्सों को भी क्षति पहुंची है। सिक्किम स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के अनुसार, पाकयोंग जिले में सात लोगों की मौत हुई है जबकि मंगन में चार और गंगटोक में तीन लोगों ने अपनी जान गंवा दी। आपदा में लापता 103 लोगों में से 59 लोग पाकयोंग से हैं, जिसमें सैन्यकर्मी भी शामिल हैं। गंगटोक से 22, मंगन से 16 और नामचि से पांच लोग लापता हैं। इस दौरान कुल 26 लोग घायल हुए हैं।

10 हजार लोग प्रभावित

रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र रावत ने बताया कि सीमा सड़क संगठन (BRO) चुंगथांग और मंगन में बचाव कार्यों में राज्य की मदद कर रहा है जहां चार महत्वपूर्ण पुल बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। ‌BRO ने भारी बारिश और बेहद खराब मौसम के बीच 200 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। मंगन जिले में इस आपदा से लगभग 10,000 लोग प्रभावित हुए हैं, जबकि पाकयोंग में 6,895, नामचि में 2,579 और गंगटोक में 2,570 लोग प्रभावित हुए हैं।

सेना के जवान की मौत

उत्तरी सिक्किम में अचानक आई बाढ़ के बाद लापता हुए 23 सैन्यकर्मियों में से एक सरोज कुमार दास की कथित तौर पर मौत हो गई है। गुरुवार को ओडिशा में उनके परिवार ने ये दावा किया। हवलदार सरोज ढेंकनाल जिले के कामाख्यानगर ब्लॉक के अंतर्गत केंदुधिपा गांव के निवासी थे। सरोज के भाई ने कहा कि सेना अधिकारियों ने हमें पांच शवों की तस्वीरें भेजीं। अधिकारियों ने कहा कि अब तक पांच शव बरामद किए गए हैं और उन्होंने हमसे यह सत्यापित करने के लिए कहा है कि मेरा भाई उनमें से एक है या नहीं। मैंने देखा कि मेरा भाई उन पांच सैन्यकर्मियों में शामिल था जिनके शव बरामद किये गये हैं।
7 महीने पहले हुई थी शादी

2012 में भारतीय सेना में जवान के रूप में शामिल हुए सरोज की सात महीने पहले शादी हुई थी। वह आखिरी बार अगस्त में अपने घर आए थे और बाद में सितंबर के पहले सप्ताह में अपनी ड्यूटी पर वापस आ गए थे। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना ने परिवार और रिश्तेदारों को पूरी तरह से तोड़ दिया है जो पिछले दो दिनों से उनके सुरक्षित घर वापसी की प्रार्थना कर रहे थे।