• 6 माह तक मरीजों को करेंगे इलाज में सहयोग
• टीबी के मरीजों के पोषण का रखेंगे विशेष ख्याल
• समाज के सक्षम व्यक्ति और जनप्रतिनिधि टीबी के मरीजों को ले सकता है गोद
छपरा,11 जनवरी । जिले में यक्ष्मा उन्मूलन को लेकर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा विभिन्न स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। यक्ष्मा उन्मूलन के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पूरे देश में प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान की शुरुआत की गई है। इसके तहत निक्षय मित्र कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है। निक्षय मित्र योजना के तहत समाज के सक्षम व्यक्ति और जनप्रतिनिधि टीबी के मरीजों को गोद लेकर उनके इलाज तथा पोषण में सहयोग कर सकते हैं। इसी कड़ी में इनरव्हील क्लब छपरा के द्वारा टीबी के 5 मरीजों को गोद लिया गया है। जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ रत्नेश्वर प्रसाद ने बताया कि टीबी के मरीजों को गोद लेने के लिए लगातार समाज के सक्षम व्यक्ति, सामाजिक कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधि से अपील की जा रही है।
निक्षय मित्र कार्यक्रम में शहर के सामाजिक संगठन इनरव्हील क्लब छपरा के द्वारा सकारात्मक पहल करते हुए 5 मरीजों को गोद लिया गया है। इनरव्हील क्लब छपरा के द्वारा पांचों मरीजों को बेहतर पोषण के लिए राशन का वितरण किया गया है। जिसमें चावल, दाल, सरसो का तेल, अंडा इत्यादि दिया गया है। ताकि मरीज अपने पोषण का ख्याल रख सकें ।
शहर के 5 टीबी मरीजों को लिया गया गोद :
इनरव्हील क्लब छपरा के द्वारा छपरा शहर के 5 टीबी के मरीजों को गोद लिया गया है। शहर के मासूम गंज निवासी अंजली कुमारी, मगाईडीह निवासी आरती कुमारी, साढ़ा ढाला निवासी पूजा देवी, मगाईडीह निवासी राजू मांझी, दौलतगंज निवासी रीता देवी को छह माह के लिए गोद लिया गया है। इस दौरान इनरव्हील क्लब छपरा की प्रेसिडेंट अनीमा सिंह, सेक्रेटरी अनुराधा सिन्हा, पूर्व प्रेसिडेंट अलका जैन, सदस्य शशि प्रभा सिंहा मौजूद थी। जिला यक्ष्मा कार्यालय के डीपीसी हिमांशु शेखर, क्लर्क रतन संजय भी मौजूद थे।
अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सच्ची मित्रता निभायें:
जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. रत्नेश्वर प्रसाद ने कहा कि समाज का प्रत्येक सक्षम व्यक्ति टीबी रोगियों की सहायता के लिये नि-क्षय मित्र बनने का संकल्प लें और इस राष्ट्रीय अभियान में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सच्ची मित्रता निभायें। इस अभियान में सभी सरकारी विभागों, निर्वाचित प्रतिनिधियों, गैर सरकारी संगठनों और कॉपोर्रेट्स संस्थानों का सहयोग अपेक्षित है।
2025 तक टीबी उन्मूलन का लक्ष्य:
राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत 2025 तक जिले से टीबी का पूरी तरह से उन्मूलन करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसके लिए सरकार और विभाग अपने स्तर से पूरी तरह से प्रयासरत है। लेकिन, अब जरूरत है लोगों के जागरूक होने की। ताकि, टीबी के खिलाफ लड़ाई जीती जा सके। जिले के सभी सरकारों अस्पतालों में इसके इलाज को लेकर जांच तक की मुफ्त व्यवस्था है। साथ ही, दवाओं के साथ टीबी के मरीज को पौष्टिक भोजन के लिए पांच सौ रुपये प्रतिमाह सहायता राशि भी दी जाती है। इसके बावजूद देखा जा रहा है कि कुछ लोग इलाज कराने के लिए बड़े निजी अस्पताल या फिर बड़े शहर की ओर जाते हैं। फिर वहां से निराश होकर जिले के सरकारी अस्पतालों का चक्कर काटना पड़ता है। ऐसा करने की कोई जरूरत नहीं है। जैसे ही टीबी के बारे में पता चले तो पहले नजदीकी सरकारी अस्पताल ही जाएं। जिले में अब टीबी के इलाज के साथ मुकम्मल निगरानी और अनुश्रवण की व्यवस्था की जाती है।
निक्षय मित्र बनने के लिए जिला यक्ष्मा केंद्र से कर सकते हैं सम्पर्क:
निक्षय मित्र बनने के लिए अपने जिला यक्ष्मा केंद से संपर्क किया जा सकता है। निक्षय मित्र बनने के लिए communitysupport.nikshay. in पर लॉगिन कर प्रधानमंत्री टीबी मुक्त अभियान पर क्लिक कर निक्षय मित्र रजिस्ट्रेशन फॉर्म पर क्लिक कर कर अपनी पूरी जानकारी देकर इस अभियान से जुड़ा जा सकता है। इसके अलावा इस निक्षय हेल्प लाइन नंबर 1800116666 पर कॉल कर के विस्तृत जानकारी ली जा सकती है। वहीं निक्षय मित्र बनने के लिए टीबी से ग्रसित मरीजों की सहमति लेकर पोषण के लिए उन्हें सहायता उपलब्ध करानी होगी।
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