छपरा। सारण में बैंककर्मियों के प्रताड़ना से तंग आकर पति-पत्नी ने अपनी जीवन लीला को समाप्त कर ली है। घटना सारण जिले के छपरा-बलिया रेलखंड के रिविलगंज रेलवे स्टेशन पर हुई है। जहां बुजुर्ग पति-पत्नी ने आत्महत्या कर ली है। जानकारी अनुसार जहर खाकर दोनों पति-पत्नी ने आत्महत्या की है।
मृतक की पहचान सारण जिले के जलालपुर थाना क्षेत्र के गमहरिया काला फुटानी बाजार निवासी रामईश्वर प्रसाद व उनकी पत्नी लालमुनी देवी के रूप में की गयी है। घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने अपनी पोती के शादी के लिए माइक्रो फाइनेंस कंपनी से लोन लिया था और लोन नहीं चुका पा रहें थे।
रामईश्वर प्रसाद दिहाड़ी मजदूरी करके अपना घर चला रहें थे और लोन नहीं चुका पा रहे थे। बैँक के कर्मियों के द्वारा लगातार उनके घर पर आकर गाली-गलौज और प्रताड़ित किया जा रहा था और लोन चुकाने का दबाव बनाया जा रहा है। इससे मानसिक रूप से परेशान होकर दोनों पति-पत्नी तीन चार दिन से अपने घर गायब हो गये थे। इसी दौरान शनिवार की सुबह दोनों पति-पत्नी का शव रिलिवगंज रेलवे स्टेशन पर पाया गया।
आसपास के लोगों ने इसकी सूचना स्थानीय रिविलगंज थाने की पुलिस को दी। स्थानीय थाना के द्वारा इसकी सूचना राजकीय रेल पुलिस को दी गयी । जिसके बाद रेल पुलिस घटना स्थल पर पहुंचकर मामले की जांच में जुट गयी है। वहीं इस घटना की सूचना मिलते हीं परिजनों में कोहराम मच गया है। मृतक के पुत्र ने बताया कि बैंक से उनके पिता ने लोन लिया था जिसके लिए लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था। मेरे माता-पिता तीन चार दिन से घर गायब थे। आज सुबह में सूचना मिली की दोनों लोगों की मौत हो गयी है।
वहीं इस घटना की सूचना मिलते हीं मांझी के स्थानीय विधायक डॉ. सत्येंद्र यादव घटना स्थल पर पहुंच कर परिजनों को न्याय का भरोसा दिलाया। वहीं मौजूद पुलिस पदाधिकारियों को निष्पक्ष जांच करने का आदेश दिया। उन्होने कहा कि माइक्रो फाइनेंस कंपनियां गांवों में भोले-भाले लोगों को लोन देते हैं और ब्याज-दर-ब्याज वसूल कर लोगों को आत्महत्या करने पर मजबूर कर रहें है।
आज यह परिवार उसी का शिकार हो गया है। उन्होने कहा कि राज्य सरकार इस घटना की जांच कर माइक्रो फाइनेंस कंपनियों पर कार्रवाई करे। सरकार यह सुनिश्चित करें कि राष्ट्रीयकृत बैंक सस्ते दर पर गरीबों को लोन मुहैया कराये ताकि ऐसी स्थिति नहीं बने। फिलहाल पुलिस ने दोनों शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए छपरा सदर अस्पताल भेज दिया है।
Publisher & Editor-in-Chief