छपरा। बिहार में शराबबंदी के बाद शराब तस्कर नए और अनोखा तरीका अपनाकर शराब के तस्करी को अंजाम देने में जुटे हुए हैं। इसी तरह का एक अनोखा तरीका छपरा के माझी चेकपोस्ट से सामने आया है। जहां एंबुलेंस में विशेष तहखाना बनाकर शराब के तस्करी के साथ उत्पाद विभाग और पुलिस को भ्रमित करने के लिए नकली मरीज भी एंबुलेंस में सोया हुआ था मामले का खुलासा हैंडहेल्ड स्केनर के माध्यम से हुआ है ।
शराब तस्करों की पहचान हरियाणा के भिवाड़ी निवासी अंकित और सोनीपत निवासी बंटी कुमार के रूप में हुआ है। जिसमे अंकित नकली मरीज बनकर एम्बुलेंस में बेड पर सोया हुआ था। अंकित के सर और चेहरे पर पट्टी बंधी हुई थी। जिससे जांच कर रहे पुलिसकर्मी और मद्यनिषेध के अधिकारियों को भ्रमित किया जा सके।
घटना के बारे में जानकारी देते हुए सहायक आयुक्त मद्यनिषेध केशव झा ने बताया कि मांझी चेक पोस्ट से नकली मरीज के आड़ में एम्बुलेंस से शराब की खेप पकड़ी गई है। जिसमे 195 लीटर विदेशी शराब जप्त किया गया है। जिसका बाजार अनुमानित दाम 1.5 लाख रुपये के आसपास है। साथ मे दो।तस्कर भी गिरफ्तार किए गए है। जिसमे एक एम्बुलेंस चला रहा था जबकि दूसरा मरीज बनकर एम्बुलेंस में सोया हुआ। मरीज बने हुए तस्कर ने अपने पैर में प्लास्टर और सर तथा चेहरे पर पट्टी बांध रखा था।
शराब एम्बुलेंस के नीचे तहखाना बनाकर रखा गया था। जिसे छपरा शहर में ही तस्करी किया जाना था। फ़िलहाल पुलिस और मद्यनिषेध विभाग मामले का गहनता से जांच कर रहा है।
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