
नेशनल डेस्क। भारतीय रेलवे, जो सुबह की पहली सीटी से लेकर देर रात तक अनगिनत शहरों और गांवों को जोड़ता है, हर पल करोड़ों यात्रियों को उनकी मंजिल तक पहुंचाता है। यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे ने कई तरह की टिकट बुकिंग सुविधाएं शुरू की हैं। सामान्य बुकिंग के अलावा, अचानक यात्रा करने वालों के लिए तत्काल और करंट टिकट बुकिंग के विकल्प उपलब्ध हैं। हालांकि, कई यात्रियों को इन दोनों के बीच अंतर और बुकिंग के समय की जानकारी नहीं होती, जिसके कारण उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है। आइए विस्तार से समझते हैं कि तत्काल और करंट टिकट में क्या अंतर है और इनकी बुकिंग कब कर सकते हैं।
तत्काल टिकट: अचानक यात्रा का आसान विकल्प
तत्काल टिकट उन यात्रियों के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिन्हें कम समय में या अचानक यात्रा करनी होती है। इस सुविधा में सीटों का कोटा सीमित होता है और किराया सामान्य से थोड़ा अधिक होता है।




- बुकिंग का समय: तत्काल टिकट की बुकिंग ट्रेन के प्रस्थान से एक दिन पहले शुरू होती है।
- AC क्लास (2A, 3A, CC, 3E) के लिए: सुबह 10:00 बजे से।
- नॉन-AC क्लास (स्लिपर) के लिए: सुबह 11:00 बजे से।
- विशेषताएं:
- सीमित कोटा होने के कारण टिकट ‘पहले आओ, पहले पाओ’ के आधार पर उपलब्ध होते हैं।
- जल्दी बुकिंग करने की आवश्यकता होती है, क्योंकि सीटें तेजी से भर जाती हैं।
- तत्काल टिकट पर सामान्य किराए से अधिक प्रीमियम शुल्क लगता है।
करंट टिकट: आखिरी मिनट की यात्रा के लिए
करंट टिकट बुकिंग उन यात्रियों के लिए उपयुक्त है, जो ट्रेन छूटने से कुछ घंटे पहले यात्रा का फैसला लेते हैं। यह सुविधा तत्काल और सामान्य बुकिंग के बाद बची हुई या रद्द की गई सीटों के लिए होती है।
- बुकिंग का समय:
- करंट टिकट बुकिंग ट्रेन के प्रस्थान से कुछ घंटे पहले शुरू होती है।
- पहला रिजर्वेशन चार्ट आमतौर पर ट्रेन छूटने से 4 घंटे पहले तैयार होता है।
- दूसरा और अंतिम चार्ट ट्रेन छूटने से 30 मिनट पहले बनता है, जिसके बाद भी बुकिंग संभव है।
- विशेषताएं:
- इसमें सामान्य किराए पर ही टिकट मिलता है, कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लगता।
- तत्काल या सामान्य बुकिंग के बाद खाली सीटें या कैंसिल हुए टिकटों की उपलब्धता पर निर्भर।
- यह आखिरी मिनट में यात्रा करने वालों के लिए सबसे अच्छा विकल्प है।
तत्काल और करंट टिकट में मुख्य अंतर
- बुकिंग का समय: तत्काल टिकट की बुकिंग एक दिन पहले शुरू होती है, जबकि करंट टिकट की बुकिंग ट्रेन छूटने से कुछ घंटे पहले होती है।
- किराया: तत्काल टिकट में प्रीमियम शुल्क लगता है, जबकि करंट टिकट का किराया सामान्य रहता है।
- उपलब्धता: तत्काल में सीमित कोटा होता है, जबकि करंट बुकिंग में रद्द हुई या बची हुई सीटें मिलती हैं।
- उद्देश्य: तत्काल अचानक यात्रा के लिए है, जबकि करंट आखिरी मिनट की यात्रा के लिए।
यात्रियों के लिए सुझाव
- तत्काल टिकट के लिए समय पर ऑनलाइन या स्टेशन काउंटर पर बुकिंग करें, क्योंकि सीटें जल्दी खत्म हो जाती हैं।
- करंट टिकट के लिए ट्रेन के चार्ट तैयार होने का इंतजार करें और स्टेशन पर उपलब्धता जांचें।
- IRCTC की ऑफिशियल वेबसाइट या ऐप का उपयोग करें, ताकि बुकिंग प्रक्रिया आसान और सुरक्षित हो।
- यात्रा से पहले ट्रेन की स्थिति और चार्ट की जानकारी जरूर देखें।
तत्काल और करंट टिकट बुकिंग भारतीय रेलवे की ऐसी सुविधाएं हैं, जो यात्रियों को अचानक और आखिरी मिनट की यात्रा में मदद करती हैं। दोनों के समय और नियमों को समझकर आप अपनी यात्रा को आसान और परेशानी मुक्त बना सकते हैं। अधिक जानकारी और टिकट बुकिंग के लिए IRCTC की वेबसाइट पर जाएं।
Publisher & Editor-in-Chief