सारण में शिक्षक की भूमिका में नजर आये IPS अधिकारी, छात्र-छात्राओं को पढ़ाया कानून- नैतिकता और सुरक्षा का पाठ

छपरा। सारण जिले में छात्र-छात्राओं को कानून, नैतिकता और महिला सुरक्षा जैसे गंभीर मुद्दों को लेकर जागरूक करने के उद्देश्य से मांझी थाना में एक महत्वपूर्ण जनजागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम वरीय पुलिस अधीक्षक सारण के दिशा-निर्देश पर ‘Student-Police Cadre’ योजना के अंतर्गत संपन्न हुआ, जिसमें मांझी थानान्तर्गत विभिन्न विद्यालयों के छात्रों ने भाग लिया।
थाना परिसर में आयोजित इस संवादात्मक कार्यक्रम में मांझी थाना के थाना प्रभारी सह प्रशिक्षु आईपीएस संकेत कुमार सहित पुलिस पदाधिकारियों ने विद्यार्थियों से सीधा संवाद किया और उन्हें पुलिस की भूमिका, अपराध की प्रकृति, साइबर अपराध, नशे की लत से बचाव, नैतिक मूल्यों तथा महिला सशक्तिकरण जैसे विषयों पर विस्तार से जानकारी दी।
महिला सुरक्षा पर विशेष फोकस:
कार्यक्रम के दौरान उपस्थित छात्राओं को महिला हेल्प डेस्क, डायल 112 सेवा, और “आवाज़ दो” जैसे अभियानों के महत्व के बारे में बताया गया। पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि महिलाओं के साथ छेड़छाड़, घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न जैसे अपराधों की सूचना देने के लिए “आवाज़ दो” अभियान एक सशक्त माध्यम है, जो नारी सशक्तिकरण की दिशा में सारण पुलिस की एक विशेष पहल है।
साइबर क्राइम और युवा चेतना:
बढ़ते साइबर अपराधों पर चिंता जताते हुए अधिकारियों ने छात्रों को सतर्क रहने की सलाह दी और बताया कि इंटरनेट पर कैसे सुरक्षित व्यवहार अपनाकर वे खुद को संभावित खतरों से बचा सकते हैं।
छात्रों ने लिया संकल्प:
कार्यक्रम के अंत में छात्रों ने न सिर्फ खुद सतर्क और सजग रहने का संकल्प लिया, बल्कि समाज में जागरूकता फैलाने की जिम्मेदारी भी अपने कंधों पर ली।
यह आयोजन ना सिर्फ छात्रों को कानूनी अधिकारों और सुरक्षा उपायों की जानकारी देने में सफल रहा, बल्कि उनके मन में पुलिस के प्रति विश्वास भी बढ़ा। ऐसे कार्यक्रमों से न सिर्फ अपराध के प्रति जन-जागरूकता फैलती है, बल्कि युवाओं में सामाजिक जिम्मेदारी का बोध भी विकसित होता है।
सारण पुलिस द्वारा चलाई जा रही यह पहल आने वाले समय में कानून और समाज के बीच की दूरी को और कम करने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकती है।