
छपरा। सारण जिले के सुप्रसिद्ध अंबिका भवानी मंदिर के कायाकल्प की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया गया है। श्रद्धा, आस्था और ऐतिहासिक महत्व से जुड़े इस धार्मिक स्थल के सर्वांगीण विकास के लिए ₹13 करोड़ 39 लाख 34 हजार की लागत वाली योजना को सरकारी मंजूरी मिल गई है। यह कार्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्चुअल शिलान्यास के माध्यम से प्रारंभ किया गया।
मुख्य सड़क से मंदिर तक होगा चौड़ीकरण
इस योजना के तहत मुख्य सड़क से अंबिका भवानी मंदिर तक सड़क चौड़ीकरण, रिंग रोड निर्माण, गंगा घाट का विकास, पार्किंग एवं दुकानों की व्यवस्था के साथ-साथ श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु कॉरिडोर निर्माण भी प्रस्तावित है। इससे श्रद्धालुओं को बेहतर पहुंच, अधिक सुविधाएं और सुरक्षित दर्शन का अनुभव मिलेगा।
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प्रसाद योजना के तहत हो रहा कार्य
पुजारी रितेश तिवारी ने जानकारी दी कि यह सम्पूर्ण विकास कार्य भारत सरकार की ‘प्रसाद योजना’ के अंतर्गत किया जा रहा है। योजना के लिए राशि का आवंटन हो चुका है और शीघ्र ही निर्माण कार्य आरंभ होने वाला है। जिलाधिकारी अमन समीर ने स्थल का निरीक्षण कर कार्यों को समयबद्ध तरीके से प्रारंभ करने का निर्देश भी दिया है।
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पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा, रोजगार के नए द्वार खुलेंगे
अंबिका भवानी मंदिर देशभर से श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। मंदिर के भव्य रूप में विकास के बाद पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी, जिससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार और व्यापार के नए अवसर पैदा होंगे।
धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व
पुजारी रितेश तिवारी ने बताया कि यह स्थल राजा दक्ष का गढ़ माना जाता है। मान्यता है कि यहीं पर माता सती ने आत्मदाह किया था। जिस कुंड में यह घटना हुई, उसे अब भी मूल रूप में सुरक्षित रखा गया है। माता की मिट्टी से बनी प्रतिमा उसी स्थान पर स्थापित है। भक्तों की मान्यता है कि यहां मांगी गई मनोकामनाएं अवश्य पूर्ण होती हैं, और पूर्ण होने के पश्चात श्रद्धालु दोबारा दर्शन के लिए आते हैं।
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आस्था, विकास और परंपरा का संगम
इस विकास योजना से अंबिका भवानी मंदिर न सिर्फ धार्मिक दृष्टि से बल्कि पर्यटन और सांस्कृतिक धरोहर के रूप में भी सशक्त रूप से उभर कर सामने आएगा। यह पहल आस्था के साथ-साथ क्षेत्रीय विकास और जनजीवन को भी नई दिशा देने वाली साबित होगी।