
छपरा। जिलाधिकारी अमन समीर की अध्यक्षता में वन एवं पर्यावरण विभाग के जिला टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गई। बैठक में वन अपराधों की रिपोर्टिंग और कार्रवाई को लेकर अहम फैसले लिए गए।
वन अपराधों की सख्त निगरानी
बैठक में वृक्षों के अवैध पातन, अवैध खनन, वन भूमि पर अतिक्रमण और अवैध आरा मिल/काष्ठ आधारित उद्योगों के संचालन की नियमित रिपोर्टिंग करने का निर्देश सभी संबंधित पदाधिकारियों को दिया गया। वन क्षेत्र में किसी भी प्रकार के अतिक्रमण के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश भी दिए गए।





वन प्रमंडल पदाधिकारी ने बताया कि इस वर्ष अब तक अवैध पातन के 13 मामलों में कार्रवाई की गई। अवैध आरा मिल के 9 मामलों में भी कार्रवाई की गई। अवैध खनन की रिपोर्ट जिला खनिज विकास पदाधिकारी मासिक रूप से प्रस्तुत करेंगे। अवैध वृक्ष कटाई और आरा मिल संचालन से संबंधित रिपोर्ट सभी अंचलाधिकारी देंगे।
शिकायत करने के लिए हेल्पलाइन जारी
जिलाधिकारी ने कहा कि अवैध वृक्ष कटाई की सूचना जिला नियंत्रण कक्ष (दूरभाष संख्या: 06152-240005) या डायल 112 पर दी जा सकती है।
जंगली जानवरों से नुकसान पर मुआवजा
बैठक में यह भी बताया गया कि जंगली जानवरों के हमले से घायल या मृत व्यक्तियों तथा फसल क्षति के मामलों में मुआवजा दिया जाएगा। घायल या मृतक के परिजनों को वन एवं पर्यावरण विभाग द्वारा जांच के बाद नियमानुसार सहायता राशि मिलेगी। फसल क्षति की भरपाई कृषि एवं वन विभाग के संयुक्त निरीक्षण के आधार पर निर्धारित दर से की जाएगी।वन संरक्षण और अवैध गतिविधियों पर निगरानी बढ़ाने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है।
बैठक में वन प्रमंडल पदाधिकारी, उपविकास आयुक्त, अपर समाहर्त्ता, नगर आयुक्त, जिला स्तरीय पदाधिकारी और समिति के अन्य सदस्य उपस्थित रहे।
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