क्राइम

Sonam Raghuvanshi: शादी की सेज से श्मशान तक, खून में सना प्रेम और धोखा, सोनम की चाल में फंसा राजा

इंदौर की सोनम-राजा हत्याकांड की पूरी कहानी

Sonam Raghuvanshi Raj Kushwaha Love Story: मध्यप्रदेश के इंदौर से शुरू हुई एक प्रेम-त्रिकोण की यह कहानी अब पूरे देश में चर्चा का विषय बन गई है। शादी के महज 30 दिन के भीतर एक हनीमून ट्रिप हत्या में बदल गई, जिसमें दूल्हा राजा मारा गया और दुल्हन सोनम अब जेल में है। यह कहानी है 11 मई की शादी, 23 मई की हत्या और 9 जून की गिरफ्तारी के बीच की—एक ऐसी साजिश जो रिश्तों को शर्मसार करती है। आइए इस सनसनीखेज हत्या की परत-दर-परत कहानी जानते हैं।


शुरुआत: एक आदर्श अरेंज मैरिज

राजा और सोनम की शादी इंदौर में 11 मई को धूमधाम से हुई। दोनों ही रघुवंशी समाज से आते थे और यह एक पारंपरिक अरेंज मैरिज थी। सामाजिक मेलों और बुकलेट्स के जरिए संपर्क हुआ। कुंडली मिलान से लेकर रीति-रिवाज तक सबकुछ परंपरागत तरीके से किया गया। दोनों परिवार खुश थे, लेकिन किसी को क्या पता था कि यह रिश्ता जल्द ही एक खूनी साजिश में तब्दील हो जाएगा।


हनीमून या हत्या की तैयारी?

शादी के 9 दिन बाद 20 मई को सोनम और राजा हनीमून पर निकलते हैं। परिवार वालों के मुताबिक, सोनम ने ही हनीमून का पूरा प्लान बनाया था और टिकट भी खुद बुक किया। राजा जल्दी नहीं जाना चाहता था, लेकिन सोनम के ज़ोर देने पर वह तैयार हुआ।

गंतव्य चुना गया—गुवाहाटी और शिलॉन्ग। ये वही जगहें थीं, जहां एक साजिश ने आकार लिया और राजा की मौत की पटकथा लिखी गई।


22 मई: अचानक संपर्क टूटा

20 से 22 मई के बीच परिवार से बातचीत होती रही। लेकिन 22 मई की शाम से राजा का मोबाइल स्विच ऑफ हो गया। थोड़ी देर तक सोनम संपर्क में रही, फिर वह भी लापता हो गई। शिलॉन्ग पुलिस को सूचना दी गई और दोनों की खोजबीन शुरू हुई। देश भर की मीडिया में “हनीमून कपल लापता” की खबरें तैरने लगीं।


2 जून: गहरी खाई में मिला राजा का शव

शिलॉन्ग पुलिस को सबसे पहले एक लावारिस स्कूटी मिली, जिस पर कपल घूम रहा था। फिर 2 जून को पुलिस ने एक गहरी खाई में राजा की लाश बरामद की। शव बुरी तरह क्षत-विक्षत था और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से साफ हो गया कि उसकी हत्या धारदार हथियार से की गई थी।


9 जून: सोनम की गिरफ्तारी और खुला राज़

लगभग एक हफ्ते तक लापता रहने के बाद सोनम अचानक उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में एक ढाबे पर देखी गई। उसने ढाबा मालिक से फोन लेकर अपने परिवार को संपर्क किया और फिर पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। मेघालय पुलिस ने उसे औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस ने खुलासा किया कि सोनम ने पति राजा की हत्या की सुपारी दी थी और इसमें चार और लोगों को शामिल किया गया था। इस अपराध के पीछे जो चेहरा सामने आया, उसने सबको चौंका दिया।


साजिश का मास्टरमाइंड—राज कुशवाहा

इस मामले में पुलिस ने अब तक जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, वे हैं:

  1. राज कुशवाहा – सोनम के पिता की फैक्ट्री में अकाउंटेंट था। सोनम से नजदीकी बढ़ते-बढ़ते अफेयर में बदल गई। शादी के बाद दोनों ने राजा को रास्ते से हटाने का फैसला किया।
  2. आकाश राजपूत – ललितपुर निवासी, राज के कहने पर मेघालय भेजा गया।
  3. विशाल सिंह चौहान – ललितपुर का ही रहने वाला, हत्या की टीम का हिस्सा।
  4. आनंद कुर्मी – एमबीए पास युवक, हत्या के बाद सागर जिले में भाग गया।

हत्या की पूरी साजिश कैसे रची गई?

पुलिस जांच में सामने आया कि:

  • सोनम और राज कुशवाहा का अफेयर शादी से पहले से चल रहा था।
  • शादी होते ही सोनम और राज ने राजा को खत्म करने की योजना बनाई।
  • सोनम ने हनीमून का प्लान जानबूझकर शिलॉन्ग में बनाया ताकि अपरिचित जगह में वारदात को अंजाम दिया जा सके।
  • राज ने अपने साथियों को पहले ही शिलॉन्ग भेज दिया था।
  • मौका मिलते ही राजा को अकेले में बुलाकर उसकी हत्या की गई और शव को खाई में फेंक दिया गया।

सोनम का बचाव: दावा किया अपहरण का

गिरफ्तारी के बाद सोनम ने खुद को निर्दोष बताया। उसने पुलिस को बताया कि राजा की हत्या लुटेरों ने की और उसे अगवा कर लिया गया था। गाजीपुर तक वह किसी तरह जान बचाकर पहुंची।

हालांकि, पुलिस ने उसकी बातों को सिरे से खारिज कर दिया। पुलिस के मुताबिक सोनम लगातार लोकेशन बदल रही थी और जांच से बचने की कोशिश कर रही थी। उसे पता चल गया था कि सुपारी किलर्स गिरफ्तार हो चुके हैं, इसलिए उसने सरेंडर करने का फैसला किया।


अंतिम शब्द: दो परिवार उजड़ गए

महज 30 दिनों में दो हंसते-खेलते परिवारों की ज़िंदगी बर्बाद हो गई। एक बेटा मारा गया, तो दूसरी बेटी अब कानून की गिरफ्त में है। रिश्तों की आड़ में रची गई यह खौफनाक साजिश न सिर्फ कानून का विषय है, बल्कि समाज के सामने भी कई सवाल खड़े करती है।

“शादी का बंधन विश्वास पर टिका होता है। जब यही विश्वास साजिश में बदल जाए, तो परिणाम सिर्फ मौत नहीं होती, बल्कि पूरे समाज की आत्मा घायल हो जाती है।”

News Desk

Publisher & Editor-in-Chief

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