सारण में बाल विवाह की तैयारी पर पुलिस की दबिश! आख़िरी वक्त पर टूटी शादी
“आवाज़ दो” मुहिम की बड़ी जीत

छपरा। महिलाओं और बालिकाओं के विरुद्ध हो रहे अत्याचारों के खिलाफ सारण पुलिस द्वारा चलायी जा रही “आवाज़ दो” मुहिम के तहत एक और सराहनीय सफलता सामने आई है। बनियापुर थाना की त्वरित कार्रवाई और संवेदनशील पहल से एक नाबालिग बालिका का बाल विवाह समय रहते विफल कर दिया गया, जिससे एक बच्ची का भविष्य सुरक्षित हो सका।
पुलिस को मिली थी गुप्त सूचना
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बनियापुर थाना को विश्वसनीय सूचना मिली कि थाना क्षेत्र के ग्राम तख्त भिट्टी में एक व्यक्ति अपनी नाबालिग पुत्री का विवाह दिनांक 14 दिसंबर 2025 को कराने की तैयारी कर रहा है। सूचना को गंभीरता से लेते हुए बनियापुर थाना पुलिस ने बिना विलंब कार्रवाई शुरू की।
थाना स्तर पर त्वरित संज्ञान लेते हुए बालिका के परिजनों को विधिवत नोटिस निर्गत किया गया। इसके साथ ही महिला पुलिस पदाधिकारी द्वारा बालिका के माता-पिता से सीधा संवाद स्थापित कर उन्हें बाल विवाह के दुष्परिणामों, इससे जुड़े कानूनी प्रावधानों एवं बालिका के भविष्य पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभावों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
पुलिस की समझाइश का मिला सकारात्मक परिणाम
पुलिस की समझाइश और काउंसलिंग का सकारात्मक असर देखने को मिला। बालिका के माता-पिता ने अपनी भूल स्वीकार करते हुए शपथपूर्वक लिखित आश्वासन दिया कि वे अपनी पुत्री का विवाह उसके बालिग होने के बाद ही करेंगे। इसके बाद पुलिस द्वारा मामले पर निगरानी भी सुनिश्चित की गई।
सारण पुलिस ने स्पष्ट किया है कि बाल विवाह जैसी सामाजिक कुप्रथा के विरुद्ध सख्त एवं सतत कार्रवाई की जाएगी। इसी उद्देश्य से जिले में “आवाज़ दो” मुहिम चलाई जा रही है, जिसके माध्यम से महिलाओं और बालिकाओं के खिलाफ होने वाले अत्याचारों, शोषण और अपराधों को रोकने के लिए आमजन को जागरूक किया जा रहा है।
आप भी दे सकते हैं सूचना
सारण पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि यदि कहीं भी बाल विवाह या महिलाओं/बालिकाओं के विरुद्ध किसी प्रकार के अत्याचार की सूचना मिले तो तत्काल “आवाज़ दो” हेल्पलाइन नंबर 9031600191, नजदीकी थाना या डायल 112 पर जानकारी दें।
साथ ही महिलाओं और बालिकाओं से भी अपील की गई है कि वे अपने साथ हो रहे अत्याचारों के विरुद्ध चुप न रहें, आवाज़ उठाएं। सारण पुलिस आपकी सहायता के लिए 24×7 पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
पुलिस का कहना है कि समाज की सक्रिय भागीदारी से ही बाल विवाह जैसी कुप्रथाओं को जड़ से समाप्त किया जा सकता है। सूचना दें, सहयोग करें और एक सुरक्षित समाज के निर्माण में भागीदार बनें।



