
छपरा: सारण जिले में रिविलगंज-विशुनपुरा बाईपास निर्माण परियोजना को लेकर उप विकास आयुक्त यतेन्द्र कुमार पाल ने भौतिक स्थल निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अंचल अधिकारी रिविलगंज और छपरा सदर को निर्देशित किया गया कि दो दिनों के भीतर खेसरा पंजी तैयार करें। इसके साथ ही पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को ड्रोन के माध्यम से पिलरिंग स्थल का चिन्हांकन करने के लिए निर्देशित किया गया। इस परियोजना में छपरा के अनुमंडल पदाधिकारी, सदर छपरा, और जिला भू-अर्जन पदाधिकारी भी उपस्थित थे।
मरीन ड्राइव परियोजना की विशेषताएँ:
पटना की तर्ज पर छपरा में 21 किलोमीटर लंबी मरीन ड्राइव का निर्माण शुरू हो गया है, जो बिशनपुरा से रिविलगंज तक गंगा किनारे बनाई जा रही है। यह सड़क यातायात जाम की समस्या को समाप्त करेगी और उत्तर प्रदेश, आरा, और पटना जाने वाले वाहनों के लिए बाइपास के रूप में काम करेगी। इस सड़क के बन जाने से यात्रियों का सफर न केवल तेज और आसान होगा, बल्कि इससे स्थानीय व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा।





मरीन ड्राइव के निर्माण के बाद, छपरा से पटना तक पहुंचने में पहले जहां तीन घंटे का समय लगता था, अब यह सफर मात्र एक घंटे में पूरा किया जा सकेगा। इसी तरह उत्तर प्रदेश की दूरी भी घटकर सिर्फ 20 मिनट रह जाएगी। इस सड़क का निर्माण NH 19 से जुड़ने के कारण उत्तर प्रदेश जाने वाले यात्रियों को विशेष लाभ होगा।
स्थानीय लाभ:
गंगा किनारे बसे लोगों को इस मरीन ड्राइव से विशेष लाभ मिलेगा, क्योंकि वे छोटे-बड़े व्यवसाय खोलकर अपनी आजीविका चला सकेंगे। इससे न केवल यात्रा की सुविधाएँ बढ़ेंगी, बल्कि स्थानीय समुदाय को रोजगार और व्यापार के नए अवसर भी मिलेंगे।
इस महत्वपूर्ण परियोजना का कार्य शीघ्रता से पूरा होने के बाद, छपरा और आसपास के क्षेत्रों में यात्रा और व्यापार की दिशा में एक नया मोड़ आएगा।
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