छपरा। सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों तक बेहतर गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता विभाग की प्राथमिकताओं में शुमार है। जिले में संचालित एचडब्ल्यूसी को अधिक कारगर व उपयोगी बनाने को लेकर लगातार जरूरी पहल की जा रही है। चिह्नित एचडब्ल्यूसी को एनक्वास प्रमाणीकृत बनाने का प्रयास भी इसी कड़ी का हिस्सा है। ताकि एचडब्ल्यूसी के माध्यम से लोगों को राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप चिकित्सकीय सेवाओं का लाभ उपलब्ध कराया जा सके। इसी कड़ी में राज्यस्तरीय टीम ने राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक के तहत सारण जिले के मांझी प्रखंड के मटियार हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का असेस्मेंट किया ।
टीम में राज्य स्वास्थ्य समिति पटना के डॉ. समाप्ति पाल और वैशाली के इंचार्ज डीसीक्यूए डॉ. दीपक कुमार शामिल थे, जिन्होने हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में साफ- सफाई, उपकरणों की स्थिति सहित इलाज़ कराने के लिए आने वाले मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं की जांच और मरीजों की देखभाल, इलाज के तरीके और रोगियों की संतुष्टि का मूल्यांकन करने के साथ ही मानक संचालन प्रक्रियाओं और प्रोटोकॉल के अनुपालन की जांच की ।
चेकलिस्ट के अनुसार जांच
चेकलिस्ट के अनुसार एचडब्ल्यूसी पर उपलब्ध सेवाओं और सुविधाओं के अलावा दवाओं का स्टॉक, पंजीकरण, सभी रजिस्टर और पंजियों की गहनता से जांच की। गांव की आबादी को सरकार की ओर मिलने वाली हर तरह की सुख सुविधाओं में ई- टेलीकंस्लटेंसी, रक्त जांच, एनसीडी, परिवार नियोजन, नियमित टीकाकरण, पोषण एवं प्रसव पूर्व जांच (एएनसी) सहित 12 प्रकार की सुख सुविधाओं का मूल्यांकन किया गया। इस दौरान जो कमियां पायी गयी उसे दूर करने का सुझाव टीम के सदस्यों के द्वारा दिया गया।
मटियार हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को एनक्वास प्रमाणन मिलने से न केवल स्थानीय स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में वृद्धि होगी, बल्कि क्षेत्र के लोगों को भी बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी, जो राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप होंगी। इस मौके पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रोहित कुमार, जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीसी रमेश चंद्र कुमार, डॉ अभिषेक, बीएचएम राम मूर्ति, बीसीएम विवेक ब्याहुत, बीएमएनई, प्रखंड लेखा प्रबंधक अनीश गुनाकर, सीएचओ प्रियंका चौंदियाल, एएनएम ललिता, एएनएम वंदना सिफार के डीपीसी गनपत आर्यन समेत अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे।
स्वास्थ्य सेवाओं को वैश्विक सर्वोत्तम मानकों के अनुरूप ढालना:
डीपीसी रमेश चंद्र कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक का उद्देश्य सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं को वैश्विक सर्वोत्तम मानकों के अनुरूप ढालना है। इसके तहत स्वास्थ्य केंद्रों के लिए पूर्व निर्धारित मानकों के आधार पर मूल्यांकन किया जाता है। इन मानकों में साफ-सफाई, मरीजों को मिलने वाली सुविधाएं, उपकरणों की स्थिति, उपचार की प्रक्रिया और रोगियों की संतुष्टि शामिल हैं। साथ ही, मानक संचालन प्रक्रियाओं और प्रोटोकॉल के पालन की भी जांच की जाती है। एनक्वास का मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य केंद्रों को अपनी गुणवत्ता का आकलन करने और उसे सुधारने के लिए प्रेरित करना है, ताकि नागरिकों को उच्चतम स्तर की चिकित्सा सेवाएं मिल सकें।
151 प्रकार की दवा और 14 प्रकार की जांच की सुविधाएं:
सीएचओ प्रियंका चौंदियाल ने बताया कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर 151 प्रकार का दवा, 14 प्रकार के जाँच की सुविधाएं, टीकाकरण, प्रसव पूर्व जाँच, परिवार नियोजन की सेवा, ओपीडी, संचारी रोग, गैर संचारी रोग, मानसिक स्वास्थ्य, पीने का पानी, हर्बल गार्डन, शौचालय, अग्निश्मन यंत्र के साथ स्वच्छ वातावरण में गुणवत्ता पूर्ण सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रहीं है। बीमारियों की जांच के लिए 14 प्रकार की जांच सुविधा उपलब्ध है। यहां पर मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करायी जा रही है।
हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर मिलती हैं ये सेवाएं:
- प्रसव पूर्व जांच
- नवजात एवं शिशु सामान्य स्वास्थ्य देखभाल
- बाल्यावस्था एवं किशोर सामान्य स्वास्थ्य देखभाल
- परिवार नियोजन, गर्भनिरोधक एवं सामान्य प्रजनन स्वास्थ्य देखभाल
- राष्ट्रीय कार्यक्रमों के अनुसार संचारी रोगों का सामान्य प्रबंधन
- बीमारियों का ओपीडी के माध्यम से सामान्य प्रबंधन
- गैर संचारी रोगों की स्क्रीनिंग, सामान्य प्रबंधन, क्षय एवं कुष्ठ रोग का सामान्य प्रबंधन
- नेत्र एवं इएनटी से संबंधित सामान्य स्वास्थ्य सेवाएं
- मौखिक स्वास्थ्य एवं दंत देखभाल से संबंधित सामान्य सेवाएं
- वृद्धावस्था केयर से संबंधित सामान्य स्वास्थ्य सेवाएं
- सामान्य चिकित्सीय आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाएं
- मानसिक स्वास्थ्य बीमारियों की स्क्रीनिंग एवं सामान्य प्रबंधन
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