छपरा। अगर आप बेरोजगार है। नौकरी नहीं मिल रही है और स्वरोजगार करना चाहते हैं तो आपके लिए मछली पालन एक बेहतर रोजगार साबित हो सकता है। इसको लेकर सरकार अनुदान राशि भी दे रही है। जिला मत्स्य पदाधिकारी के द्वारा बताया गया कि सात निश्चय दो के तहत मुख्यमंत्री समेकित कर विकास योजना चला रही है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य जिले के बड़े पैमाने पर उपलब्ध निजी चौर भूमि पर मत्स्य आधारित समेकित जल कृषि विकसित करना है। जिससे बेकार पड़े चौर संसाधनों में मछली पालन के साथ-साथ कृषि, बागवानी, कृषि वानिकी का अनुसरण कर उत्पादन एवं उत्पादकता में अभिवृद्धि की जा सके। योजना अंतर्गत चौर विकास हेतु लाभुक आधारित चौर विकास एवं उद्यमी आधारित चौर विकास का क्रियान्वयन किया जाना है
बताया गया कि इसमें तीन तरह के मॉडल होते है। एक हेक्टर में दो तालाब, एक हेक्टर में चार तालाब और एक हेक्टर में एक तालाब। इसमें योजना अंतर्गत अन्य वर्ग के लिए 50% अनुदान है एवं अत्यंत पिछड़ा वर्ग अनुसूचित जाति /अनुसूचित जनजाति के लिए 70% अनुदान है। उद्यमी आधारित योजना में 30% अनुदान देय है। आवेदक को ऑनलाइन आवेदन भरना होगा और उसमें जमीन से संबंधित कागजात जैसे भूमि स्वामित्व प्रमाण पत्र अथवा अद्यतन जमीन का रसीद अथवा लीज इकरारनामा, किसी एक का होना आवश्यक है।
यह योजना बहुत ही सफल एवं कारगर योजना है। इसमें मत्स्य पालन के अलावा कृषि बागवानी वानिकी साथ-साथ किया जा सकता है । इच्छुक किसान अपना आवेदन fisheries.bihar.gov.in पर ऑनलाइन कर सकते है।
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