
छपरा। बिहार में नीतीश सरकार ने कैबिनेट का विस्तार कर दिया है। जिसमें सात विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली है। सारण के अमनौर से बीजेपी के विधायक कृष्ण कुमार मंटू को भी मंत्री बनाया गया है। अमनौर के विधायक कृष्ण कुमार मन्टु शुरुआती राजनीति के दौरान इलाके में दबंग छवि के लिए जाने जाते थे। अधिकारियों को धमकाना और अपशब्द कहना इनकी पहचान थी। जन समस्याओं को लेकर बीडीओ की पिटाई करने का आरोप भी कृष्ण कुमार मंटू पर लगा था। उनके दबंग छवि के कारण कई मामले भी उनके ऊपर दर्ज हुए। इसके बाद मंटू के अंदर राजनीतिक महत्वाकांक्षा जगी और अपनी पत्नी सविता देवी को पंचायत चुनाव में उतार दिया।
हाल हीं में कुर्मी एकता रैली कर चर्चा में आये थे मंटू सिंह
कृष्ण कुमार मंटू हाल ही में कुर्मी एकता रैली को लेकर चर्चा में आए थे। पटना में उन्होंने कुर्मी जाति के लोगों को एकजुट करने का बड़ा कार्यक्रम किया था, जिसमें उनको काफी सफलता भी मिली थी और उसके तुरंत बाद कृष्ण कुमार मंटू को मंत्रिमंडल में शामिल होना कहीं ना कहीं उनके बढ़ते कद को दर्शाता है।





ये रहा राजनीतिक सफर
कृष्ण कुमार मंटू का जन्म 27 फरवरी 1977 को हुआ था. वह 2010 से 2015 तक अमनौर विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे हैं. 2020 में, उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के प्रतीक पर अमनौर निर्वाचन क्षेत्र से दूसरी बार जीत हासिल की. कृष्ण कुमार मंटू सांसद राजीव प्रताप रूडी के काफी करीबी बताए जाते हैं. हालांकि उनके शुरुआती राजनीतिक जीवन काफी विवादित रहा था. लेकिन हाल के दिनों में उन्होंने अपने पुरानी छवि को काफी तेजी से बदला है और समाज में एक सहज नेता के रूप में पहचान बनाई है, जिसका फल आज उन्हें मिला है. उन्हें नीतीश कुमार की कैबिनेट में शामिल कर लिया गया है.
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