105 साल के इतिहास में रेलवे की पहली महिला चेयरमैन बनी जया वर्मा सिन्हा

देश सफलता की कहानी
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डेस्क।नियुक्त किया है। वह 105 साल के इतिहास में रेलवे बोर्ड का नेतृत्व करने वाली पहली महिला हैं।  सिन्हा ने Allahabad विश्वविद्यालय से स्नातक किया है।

जया वर्मा सिन्हा (Jaya Verma Sinha) भारतीय रेलवे यातायात सेवा (IRTS) के 1988 बैच से हैं। उन्होंने उत्तर रेलवे, दक्षिण पूर्व रेलवे और पूर्व रेलवे में काम किया है। उन्होंने सेंटर फॉर रेलवे इलेक्ट्रिफिकेशन (CORE) में भी सेवा की है। उन्होंने बांग्लादेश के भारतीय उच्चायोग में चार साल तक रेलवे सलाहकार के रूप में भी काम किया।
जया वर्मा सिन्हा (Jaya Verma Sinha) के कार्यकाल के दौरान, कोलकाता से ढाका तक मैत्री एक्सप्रेस का उद्घाटन किया गया था। उन्होंने पूर्व रेलवे, सीलदह डिवीजन (Sealdah railway division) के डिवीजनल रेलवे मैनेजर के रूप में भी काम किया है।

श्रीमती सिन्हा को रेलवे के समग्र परिवहन और बुनियादी ढांचे के विकास में उनके योगदान के लिए जाना जाता है। उन्होंने रेलवे के डिजिटलीकरण और आधुनिकीकरण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।जया वर्मा सिन्हा (Jaya Verma Sinha) ने कहा कि वह रेलवे को एक विश्व स्तरीय परिवहन प्रणाली बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि वह रेलवे के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने, ट्रेनों की समयबद्धता में सुधार और यात्रियों की सुविधाओं में सुधार के लिए काम करेंगी।

 जया वर्मा सिन्हा (Jaya Verma Sinha) के इस ऐतिहासिक नियुक्ति से देश की महिलाओं को एक नई प्रेरणा मिलेगी। यह दिखाता है कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों के बराबर हैं और वे हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकती हैं।