छपरा।भारत के प्रथम राष्ट्रपति डा.राजेन्द्र प्रसाद के स्कूल के रूप में विख्यात छपरा का जिला स्कूल का अब काया कल्प होगा। इसके तहत जिला स्कूल के पुराने भवन की मरम्मती के साथ ही जीर्ण-शीर्ण हो चुके भवनों को गिराकर उनकी जगह पर नए भवन का निर्माण होगा।
इसको लेकर सारण के डीएम अमन समीर की अध्यक्षता में जिला स्कूल प्रबंधन समिति के बैठक समाहरणालय प्रकोष्ठ में आयोजित की गई। बैठक में छपरा विधायक सीएन गुप्ता एवं विधान परिषद वीरेंद्र नारायण यादव मुख्य रूप से उपस्थित थें।
उनके द्वारा जिला स्कूल को विकसित करने हेतु कई महत्वपूर्ण सुझाव भी दिया गया। इनमें जिला स्कूल भवन के मरम्मति एवं पूर्णतः जीर्ण शीर्ण हो चुके भवनों को ध्वस्त कर नया निर्माण करने से संबंधित सलाह दिया गया। बताते चलें कि जिला स्कूल की पुरानी बिल्डिंग अंग्रेजों की जमाने की है। सबसे बड़ी बात है । इस विद्यालय को देश के प्रथम राष्ट्रपति डा.राजेन्द्र प्रसाद को शिक्षा देने को गौरव प्राप्त है।
उधर बैठक में डीएम ने जिला स्कूल के विकास हेतु पांच सदस्यीय टीम गठित करने का निर्देश दिया। टीम में जिला शिक्षा पदाधिकारी ,वरीय उपसमाहर्ता प्रभारी विकास शाखा, जिला स्कूल के प्रधानाचार्य, सहायक अभियंता शिक्षा विभाग, एवं कनीय अभियंता भवन प्रमंडल को शामिल किया गया है। उन्होंने 5 सदस्यीय टीम को जिला स्कूल परिसर में सभी भवनों के अद्यतन स्थिति की समीक्षा कर प्रतिवेदन देने के साथ-साथ जिला स्कूल भवन परिसर में अतिक्रमण की स्थिति एवं ड्रेनेज की स्थिति पर भी 15 दिनों के अंदर प्रतिवेदन देने का आदेश दिया है।
उधर स्कूल परिसर में स्थित डा. राजेंद्र प्रसाद की मूर्ति का सौंदर्यीकरण का कार्य भी कराया जाएगा। बैठक में डीएम द्वारा जिला स्कूल परिसर में जिला स्कूल विकास कोष से एक महीने तक सफाई अभियान चलाने का निर्देश दिया गया। छात्र कोष से जिला स्कूल में पुस्तकालय संचालित करने तथा पुस्तकालय में समाचार पत्र एवं पत्रिकाओं की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।
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