छपरा। कहा जाता है कि प्यार अंधा होता है और प्यार में दीवाने आशिक को कुछ दिखाई नहीं देता है। प्यार में दिवाना आशिक जाति, धर्म, ऊंच नीच हर चीज का भेद मिटाकर अपने प्रेमी को पाना चाहता है। कुछ इसी तरह की
प्रेम कहानी सारण जिले में भी देखने को मिली जहां प्रेमी जोड़े ने अपने प्यार के लिए धर्म की दिवार तोड़कर एक दूसरे से शादी रचा ली। जानकारी के अनुसार सारण जिले के रिविलगंज थाना क्षेत्र के देवरिया गांव निवासी संजीत कुमार पुत्र जलेश्वर प्रसाद का रिविलगंज थाना क्षेत्र के जलालपुर गांव निवासी रोजी खातून पुत्री मोहम्मद इलियास से विगत छह वर्षों से संजीत कुमार एवं रोजी खातून में प्रेम प्रसंग चल रहा था।
इसी प्रेम को परवान चढ़ाने के लिए दोनों प्रेमी आठ अप्रैल सोमवार को घर से फरार हो गए एवं दिल्ली मंदिर में जाकर शादी रचा ली एवं एक दूसरे को पति पत्नी के रूप में स्वीकार किया।इस संबंध में प्रेमी संजीत कुमार एवं प्रेमिका रूबी खातून ने बताया कि दोनों बालिग है एवं दोनों ने अपनी मर्जी से शादी रचाई है।
रोज़ी खातून ने अपने अपहरण की बात को गलत बताते हुए अपनी मर्जी से शादी करने की बात स्वीकार करते हुए पुलिस के समक्ष बयान दर्ज करवाने के लिए दिल्ली से बिहार आने की बात कही है तथा प्रेमी संजीत कुमार ने इस मामले में पुलिस द्वारा उनके पिता एवं भाई को हिरासत में लिए जाने पर कहा कि इस मामले में उनके परिवार के किसी भी सदस्य का कोई लेना-देना नहीं है।
उन दोनों ने अपनी मर्जी से शादी रचाई है इस संबंध में परिजनों को कुछ नहीं मालूम है। प्रेमी ने अपने परिजनों कि रिहाई की मांग की है।
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