छपरा

हनुमान लला के ननिहाल में भक्तिरस का सैलाब, जय बजरंगबली के नारे से गूंजा रिविलगंज

दो दिवसीय महावीरी प्रतिमा विसर्जन मेला प्रारंभ

छपरा। सारण के रिविलगंज में विधिवत पूजा-अर्चना एवं नगर भ्रमण कार्यक्रम के साथ दो दिवसीय महावीरी प्रतिमा विसर्जन मेला का शुभारंभ हुआ। परंपरा और आस्था के इस अद्भुत संगम में दोपहर से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी और शाम तक पूरा मेला क्षेत्र भक्तिरस में सराबोर हो गया।

भगवान श्री महावीर, श्रीराम-लक्ष्मण, माता सीता, मां दुर्गा, भगवान गणेश-लक्ष्मी, भगवान शिव-पार्वती समेत विभिन्न देवी-देवताओं की प्रतिमाओं से सजी चलंत ट्रॉलियां नगर भ्रमण पर निकलीं। ट्रॉलियों के पीछे-पीछे श्रद्धालु हाथ जोड़कर “जय श्रीराम, जय माता दी, जय बजरंगबली” के उद्घोष करते चल रहे थे। ढोल-नगाड़ों और डंका की गूंज से पूरा वातावरण गूंजायमान हो उठा।

धार्मिक आस्था का उत्सव बना मेला:

श्रद्धालुओं ने अपने-अपने घरों के द्वार पर धूप, दीप, नैवेद्य और मिष्टान अर्पित कर देवी-देवताओं का स्वागत किया। नगरवासियों ने पूरे भक्ति भाव से पूजा-अर्चना कर अपने परिवार एवं समाज के कल्याण की कामना की। हर घर में आरती की थाल और भक्ति गीतों की गूंज सुनाई दी।

गोरिया-छपरा से लेकर इनई तक पूरा रिविलगंज क्षेत्र भक्ति और उत्साह से झूम रहा है। जगह-जगह श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद एवं पेयजल की व्यवस्था की गई है। वहीं, प्रशासन भी सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण को लेकर पूरी तरह मुस्तैद नजर आ रहा है। पुलिस एवं स्वयंसेवक दल लगातार भीड़ पर नजर रखे हुए हैं ताकि किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो।

हनुमान लला के “ननिहाल” आगमन की अनोखी परंपरा

स्थानीय मान्यता के अनुसार, शारदीय नवरात्र की नवमी तिथि से लेकर कार्तिक मास की एकम तिथि तक हनुमान लला अपने ननिहाल — गौतमस्थान रिविलगंज — में विराजमान रहते हैं। भक्त पूरी निष्ठा और भक्ति भाव से उनकी पूजा-अर्चना करते हैं। ऐसा विश्वास है कि नवरात्र संपन्न होने के बाद जब हनुमान लला वापस प्रस्थान करते हैं, तो आसपास के गांवों का भ्रमण कर भक्तों को आशीर्वाद प्रदान करते हैं।

आयोजन में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका:

मेले के सफल संचालन में स्थानीय युवाओं ने अहम भूमिका निभाई है। आयोजन समिति में गुंजन अवस्थी, लड्डू पटेल, चन्दन पटेल, मोहन ब्याहुत, विकास ब्याहुत, पंकज ब्याहुत, सचिन सोनी, मिथलेश ब्याहुत, राजकुमार ब्याहुत, रौशन, गुड्डू, विकास शर्मा, विकास पटेल, प्रिंस गुप्ता, सुभाष पांडेय, दीपक पंडित, मंजी गुप्ता, मनोज साह, दीनबंधु चौधरी, सोनू कुमार, अंकित कुमार, सूरज कुमार, मुन्ना, दिलकेश कुमार, शिवम, आदित्य, शेरू कुमार, राजकुमार प्रसाद सहित कई स्वयंसेवक लगातार जुटे हुए हैं।

मेले का समापन गुरुवार को प्रतिमाओं के विधिवत विसर्जन के साथ होगा। इस दौरान हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है।

News Desk

Publisher & Editor-in-Chief

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