
छपरा। सारण जिले के अमनौर थाना क्षेत्र के धर्मपुर जाफर पंचायत के अमनौर जवाहर बाग बड़ागांव में मंगलवार की सुबह उस समय सनसनी फैल गई जब एक 17 वर्षीय किशोरी का शव एक बेल के पेड़ से दुपट्टे के सहारे लटका हुआ मिला। युवती की पहचान धरहरा पंचायत के बांदे गांव निवासी स्व. अनीश मियां की पुत्री सबाना खातून उर्फ तेतरी कुमारी के रूप में हुई है।
आत्महत्या या आरोपों में छिपा कोई बड़ा सच?
युवती ने जिस स्थान पर फांसी लगाई, वह घर एक सेवानिवृत्त पशु चिकित्सक महाराज मांझी का है, जो पिछले कई वर्षों से किराए पर यहां परिवार समेत रह रहे थे। उनके साथ उनका भांजा रौनक कुमार भी रहता है, जो इंटर की पढ़ाई कर रहा है। पुलिस जांच में जो तथ्य सामने आए, उसने इस आत्महत्या को क्राइम एंगल में तब्दील कर दिया।
मौके पर पुलिस ने मिट्टी में लिखा एक संदेश देखा, जिसमें युवती ने लिखा था – “रौनक ने मेरे साथ गलत किया है।” इस खुलासे के बाद रौनक को तत्काल हिरासत में ले लिया गया और थाना लाकर पूछताछ शुरू की गई।
💔 प्रेम में मिली अस्वीकृति, टूटी उम्मीदें
सूत्रों के अनुसार, सबाना और रौनक एक-दूसरे को वर्षों से जानते थे। दोनों इंटर की पढ़ाई कर रहे थे और प्रेम-प्रसंग में थे। युवती के परिजनों ने उसकी शादी तय कर दी थी, लेकिन वह इस विवाह से संतुष्ट नहीं थी और अपने प्रेमी रौनक से शादी करना चाहती थी।
दोनों अलग-अलग समुदाय से थे, जिससे शादी संभव नहीं हो पा रही थी। इसी तनाव के बीच, युवती अपने प्रेमी से मिलने दो किलोमीटर दूर उसके घर पहुंची थी। युवती के पास से प्रेमी द्वारा दिया गया मोबाइल भी मिला, जिसे वह लौटाने आई थी।
प्रेमी ने जब दरवाजा नहीं खोला और बातचीत से इनकार कर दिया, तब युवती ने गुस्से और आक्रोश में आकर पेड़ के नीचे मिट्टी में अपनी बात लिखी और उसी पेड़ से फांसी लगा आत्महत्या कर ली।
घटना के बाद पुलिस की सक्रियता
घटना की सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष कुंदन कुमार पुलिस बल के साथ पहुंचे और घटनास्थल की बारीकी से जांच की। कुछ ही देर में मढ़ौरा डीएसपी नरेश पासवान भी पहुंचे। युवती लाल समीज पहने थी और उसका शव बेल के पेड़ से लटका हुआ मिला।
परिजनों के अनुसार, सबाना शाम में घर से यह कहकर निकली थी कि वह बाजार से कुछ सामान खरीदने जा रही है। जब वह रात तक नहीं लौटी, तो परिवार ने सोचा कि वह पड़ोस में सो गई होगी। लेकिन सुबह इस घटना की जानकारी मिलते ही मां मेहरून निशा और अन्य परिजन घटनास्थल पहुंचे। मां अपनी बेटी का शव देखकर बदहवास हो गईं।
प्रेमी पर आरोप और परिवार का इतिहास
रौनक कुमार, जो कि गरखा के सोनहो गांव निवासी उपेंद्र मांझी का पुत्र है, अपने ननिहाल में रहकर पढ़ाई करता था। जिस मकान में वह रह रहा था, उसके एक हिस्से में उसके मामा – रिटायर्ड पशु चिकित्सक महाराज मांझी परिवार समेत रहते हैं। घटना के बाद महाराज मांझी फरार हो गए, जबकि उनके दिव्यांग पुत्र और रौनक घर में ही थे। पुलिस ने रौनक को हिरासत में लिया है, जबकि अन्य पहलुओं की जांच की जा रही है।
पुलिस की कार्रवाई जारी
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए छपरा भेज दिया है। एफएसएल टीम से जांच कराने की तैयारी की जा रही है ताकि मिट्टी में लिखे संदेश की सच्चाई को प्रमाणित किया जा सके। थानाध्यक्ष ने बताया कि सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है और जल्द ही पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा।