ठंड में स्ट्रोक पैरालाइसिस का खतरा बढ़ जाता है: डॉ ओंकर नाथ
छपरा जिला के कोपा बसडिला गांव के मईया स्थान पर रविवार को छपरा के जाने माने फिजिशियन छाती पेट मधुमेह नस रोग विशेषज्ञ डॉ ओंकार नाथ द्वारा निःशुल्क चिकित्सा शिविर आयोजित किया गया जिसमें बसडिला के आसपास गांव के सैकड़ों गरीब असहाय जरूरतमंद लोगों को निःशुल्क चिकित्सीय सलाह के साथ निःशुल्क ब्लड शुगर जांच, न्यूरोपैथी जांच किया गया और निःशुल्क दवाई वितरण किया गया। शिविर में ज्यादातर हाई बी पी और शुगर के मरीज मिले जो कभी शुगर बी पी जांच ही न कराए थे और जॉच में ज्यादा बढ़ा हुआ मिला जिसे डॉ. ओंकार नाथ द्वारा खान पान परहेज योग व्यायाम।
उन्होंने कहा कि ठंड में स्ट्रोक पैरालाइसिस का खतरा ज्यादा रहता है. स्ट्रोक एक गंभीर बीमारी है. जो की जानलेवा भी हो सकताहै.ठंड के दिनों में स्ट्रोक होने की संभावना बहुत अधिक होती है. क्योंकि ठंड बढ़ने से शरीर के नस सिकुड़ने लगते है.जिससे ब्लड प्रेसर बढ़ने लगता है.सिकुड़े नस के फटने से लकवा बीमारी होती है. यह बीमारी बुजुर्गों में और बी पी वाले पेसेंट को होने की संभावना होती है.
ठंड के मौसम में उम्र 60 वर्ष से अधिक के लोग रिस्क पर रहते है. इसलिए हार्ट-बी.पी. – सुगर का दावा न छोड़ना चाहिए और ठंड से अपनेआप को बचाना चाहिए । ऋषिकेश,रंजन, विजय पांडे ,दुर्गेश पांडे,संजय तिवारी,धर्मेंद्र तिवारी ,मुकेश तिवारी का सराहनीय सहयोग रहा।
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