
सीवान। भारतीय रेल ने यात्रियों की सुविधा और संरक्षा को ध्यान में रखते हुए लगातार इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास पर जोर दिया है। इसी क्रम में सीवान-जीरादेई रेलखंड पर समपार संख्या-93 (किमी 388/8-9) पर प्रस्तावित 4 लेन रोड ओवर ब्रिज (आर.ओ.बी.) निर्माण परियोजना को रेल मंत्रालय से मंजूरी मिल गई है। इस परियोजना की लागत ₹101.24 करोड़ तय की गई है।
आर.ओ.बी. और सब-वे का निर्माण
समपार संख्या-93 पर 4 लेन आर.ओ.बी. का निर्माण किया जाएगा। इसके साथ ही ₹6.12 करोड़ की लागत से लिमिटेड हाइट सब-वे (अंडरपास) भी बनाया जाएगा, जिससे स्थानीय लोगों को सुगम आवाजाही की सुविधा मिलेगी।
व्यस्ततम समपार पर निर्माण का निर्णय
गोरखपुर–छपरा दोहरीकृत एवं विद्युतीकृत रेलखंड पर स्थित यह समपार सीवान जिले का सबसे व्यस्त रेल फाटक है। यहां पर ट्रेन व्हीकल यूनिट (TVU) 3,73,326 दर्ज है, जो इसे अत्यधिक घनत्व वाला समपार बनाता है।
बार-बार गेट बंद होने से सड़क पर लंबा जाम लग जाता है। इसी वजह से यहां 4 लेन रोड ओवर ब्रिज की स्वीकृति दी गई है।
मिलेगा सुगम आवागमन
इस पुल के बन जाने से सीवान से सिसवन होते हुए मैरवा जाने वाले यात्रियों को काफी सहूलियत होगी। सड़क मार्ग पर बार-बार लगने वाले जाम से राहत मिलेगी और लोगों का कीमती समय बचेगा।
रेलवे और आमजन दोनों को लाभ
- आर.ओ.बी. बनने से नगर में निर्बाध सड़क परिवहन सुनिश्चित होगा।
- फाटक बंद रहने से होने वाली परेशानी खत्म होगी।
- रेलवे के कर्मचारियों को समपार पर तैनात रहने की आवश्यकता नहीं होगी, उन्हें अन्यत्र लगाया जा सकेगा।
- ट्रेनों के समय पालन और संरक्षा में भी सुधार होगा।
संरचना विकास में एक और उपलब्धि
रेल मंत्रालय का यह निर्णय न सिर्फ सीवान जिले बल्कि आसपास के क्षेत्रों के लाखों लोगों के लिए बड़ी राहत साबित होगा। यह परियोजना क्षेत्र में सड़क और रेल दोनों के लिए सुरक्षित और सुगम यातायात सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।