छपरा। पीरामल फाउंडेशन और जिले के पत्रकारों के बीच आज एक बैठक आयोजित की गई। बैठक में फाउंडेशन के सारण जिले के डिविजनल लीड हरि शंकर कुमार ने फाउंडेशन के विज़न और मिशन के बारे में विस्तार से बताया I जिले में स्वास्थ्य एवं पोषण के क्षेत्र में विभाग एवं समुदाय के साथ किये जा रहे कार्य को भी साझा किया
बैठक में फाउंडेशन के प्रोग्राम डायरेक्टर संजय सुमन ने बताया कि यह फोरम पिछले 2008 से पूरे भारत वर्ष में काम कर रही है। फाउंडेशन का मुख्य उद्देश्य यह है कि जिले में जो भी विकास के कार्य हो रहे हैं उन्हें अंतिम पायदान बैठे लोगों तक पहुंचाना है। इसके लिए यह जरूरी है कि हम सभी मिलकर जिले और राज्य के विकास में सहयोग करने की जरूरत है।
श्री सुमन ने बताया कि देश के साथ-साथ बिहार के हर जिले में सर्वांगीण विकास के लिए पीरामल फाउंडेशन छह चैनल को लेकर एक ऐसा संगठन बना रही है जो सब मिलकर जिले का विकास करेंगे। इसमें युवा, मीडिया, एनजीओ, एसएचजी, पीआरआई और घार्मिक गुरु आदि उक्त चैनल में शामिल होंगे। ये सभी चैनल जिले में अंतिम पायदान पर बैठे लोगों की समस्याओं को सुनेंगे और उसे सरकार तक पहुंचाएंगे ताकि उन सभी को सरकारी योजना का लाभ मिल सके।
इस मौके पर सारण जिले के डिविजनल लीड हरि शंकर कुमार, सीओई राज्य प्रतिनिधि शैलेन्द्र सिंह, पीएम पीयूष कुमार, अरविंद कुमार पाठक, अभिमन्यु कुमार आदि फाउंडेशन के कई अधिकारी उपस्थति थे।
इस मौके पर श्री सिंह ने बताया कि पत्रकारों की जो ऊर्जा है वह बहुत ही महत्वपूर्ण है। सभी पत्रकार अपने इस ऊर्जा का सही इस्तेमाल करेंगे तो निश्चित रूप से जिले, राज्य और देश के विकास में और सुधार होगा। उन्होंने बताया कि यह संस्था नीति आयोग के निर्देशानुसार कार्य कर रही है। हमारी यह भी प्रयास है कि हर महीने पत्रकारों को जिला प्रशासन की ओर से सम्मानित किया जा सके। साथ ब्लॉक स्तर पर भी बीडीओ और सीओ द्वारा सम्मानित किसा जाएगा।
पीरामल के सीओई राज्य प्रतिनिधि श्री सिंह ने बताया कि संस्था का मानना है कि जबतक सभी चैनल एक प्लेटफार्म पर नहीं आएंगे तबतक जिले का सर्वार्गिंण विकास में और तेजी नहीं आएगी।
इसमें सबसे बड़ी भुमिका पत्रकारों का है, जिसके माध्यम से जिले के सभी समुदायों को हर तरह की जानकारी दी जाती है। इसी को देखते हुए आज फाउंडेशन द्वारा पत्रकारों के साथ एक दिवसीय बैठक सह कार्यशाला का आयोजन किया है। जहां पत्रकारों को हाईपर लोकल चैलनों के बारे में विस्तार से बताया गया। मौके पर पत्रकारों से सुझाव भी मांगा गया। कार्यक्रम के अंत में पत्रकारों का एक व्हाटशप ग्रुप बनाया गया।