छपरा। छपरा में एक बड़ा हादसा घटित हुआ है। जहाँ स्कार्पियो के नहर में पलट जाने से पांच लोगों की मौत हो गई है। घटना मशरख थाना क्षेत्र के कर्ण कुंदरिया के समीप चालीस आरडी नहर पर घटित हुआ है। घटना गुरुवार के देर रात घटित हुआ है। सभी लोग एक श्राद्ध कार्यक्रम से लौट रहे थे तभी हादसा हो गया। घटना में मृतको की पहचान पड़ोसी जिला गोपालगंज के बैकुंठपुर थाना क्षेत्र ने सोनावलिया गांव निवासी दिनेश सिंह (60) पिता रविन्द्र नाथ सिंह,लालबाबू साह(42) पिता कपिलदेव साह, सुधीर कुमार(15) पिता पतिराम साह और एकडेरवा गांव निवासी सूरज कुमार के रूप में हुआ है। जबकि अन्य एक व्यक्ति की पहचान जिला के मशरख थाना क्षेत्र के पद्मपुर गांव निवासी रामचन्द्र साह(60वर्ष) पिता रतन साह के रूप में हुआ है। पुलिस सभी शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कें लिए छपरा सदर अस्पताल भेज दिया है।
एक साथ पांच लोगों के मौत से पूरे क्षेत्र में गम का माहौल है । सभी मृतक पड़ोसी जिला सिवान के बसंतपुर थाना के बगही गांव में एक श्राद्ध क्रम में गए हुए थे। जिसमें देर रात कार्यक्रम समाप्ती के बाद हलवाई रामचंद्र साह को छोड़ने के लिए मशरख के पद्मपुर आ रहे रहे थे। तभी देर रात स्कोर्पियो अनियंत्रित होकर मुख्य सड़क से सीधे नहर में जा गिरी। स्कोर्पियो वाहनः में कुल 6 लोग सवार थे एक व्यक्ति किसी तरह अपना जान बचाकर बाहर निकला। बचे हुए व्यक्ति द्वारा हल्ला मचाए जाने पर आसपास के लोग जुटे तो आनन फानन में स्कोर्पियो को जद्दोजहद के बाद नहर से बाहर निकाला गया। जिसमें सवार सभी पांच लोगों की मौत हो चुकी थी।
बरसात और नेपाल द्वारा पानी छोड़े जाने से नहर में 15 फ़ीट के आसपास पानी भर गया है। तेज बाहर के चलते 10 फ़ीट उनपर से स्कोर्पियो के गिरते ही पानी मे समा गई। घटना रात 12 बजे के आसपास का है। स्थानीय ग्रामीणों के काफी मशक्कत के बाद स्कोर्पियो को घटना से 1.5 किलोमीटर दूर से बाहर निकाला गया।
घटना के बारे में जानकारी देते हुए मशरख थानाध्यक्ष ने बताया कि थाना क्षेत्र के कर्ण कुंदरिया में वाहन के नहर में गिरने से पांच लोगों की मौत हो गई है। घटना के बाद स्थानीय लोग और गोताखोरों के माध्यम से सभी शवो को स्कॉर्पियो सहित बाहर निकाल पोस्टमार्टम के लिए छपरा सदर अस्पताल भेज दिया गया है। सभी मृतक गोपालगंज के बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के अलग-अलग गांव के रहने वाले बताए जा रहे हैं। जो लोग श्रद्धा कार्यक्रम से हलवाई को छोड़ने मशरख आ रहे थे।
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