छपरा के आर्ष कुमार बने भारत सरकार के अधिवक्ता, पटना हाईकोर्ट में करेंगे प्रतिनिधित्व
पटना हाईकोर्ट में केंद्र सरकार का करेंगे प्रतिनिधित्व

छपरा। जिले के लिए यह गर्व और सम्मान की बात है। सारण के प्रभुनाथ नगर बैजनाथपुरी निवासी अधिवक्ता आर्ष कुमार का चयन भारत सरकार के विधि एवं न्याय मंत्रालय द्वारा पटना हाईकोर्ट में सेंट्रल गवर्नमेंट काउंसिल (CGC) के रूप में किया गया है। इसके साथ ही उन्हें केंद्रीय प्रशासनिक अधिकरण (CAT) के पटना बेंच में सीनियर पैनल एडवोकेट के रूप में भारत सरकार का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिला है।
वकालत में बनाई विशेष पहचान
आर्ष कुमार ने पटना हाईकोर्ट में वरिष्ठ अधिवक्ता विवेकानंद सिंह के सान्निध्य में वकालत की शुरुआत की थी। वे अधिवक्ता परिषद बिहार इकाई के सक्रिय सदस्य हैं। उनकी कड़ी मेहनत, ईमानदारी और विधि कौशल ने उन्हें यह महत्वपूर्ण मुकाम दिलाया है।
साधारण किसान परिवार से प्रशासनिक पहचान तक
आर्ष कुमार के दादा स्व. रामईश्वर सिंह एक साधारण किसान थे, जबकि उनके पिता मैनेजर प्रसाद सिंह और माता स्व. पतिराज देवी ने उन्हें नैतिकता, मेहनत और सेवा भाव की शिक्षा दी। उनका पारिवारिक इतिहास पुलिस व प्रशासनिक सेवाओं से भी जुड़ा हुआ रहा है।
केंद्र सरकार की ओर से मिली बड़ी जिम्मेदारी
अपनी नियुक्ति को लेकर आर्ष कुमार ने बताया कि उच्च न्यायालयों में भारत सरकार की ओर से कानूनी मामलों में प्रतिनिधित्व करने के लिए केंद्र सरकार अधिवक्ताओं का पैनल बनाती है। इस पैनल के अधिवक्ता उन सभी मामलों को देखते हैं जिनमें केंद्र सरकार एक पक्ष होती है। सीएटी (CAT) में वे सरकार की ओर से कर्मचारियों की सेवा संबंधी शिकायतों का समाधान सुनिश्चित करने की भूमिका निभाएंगे।
खुशी की लहर, बधाइयों का तांता
आर्ष कुमार की इस बड़ी उपलब्धि पर न केवल परिवार में बल्कि विधि जगत और सार्वजनिक जीवन से जुड़े लोगों में खुशी की लहर है।
वरिष्ठ अधिवक्ता बांके सिंह, विवेकानंद सिंह, हीरा झा, सुनित कुमार, अशोक कुमार, शैलेश कुमार समेत पटना हाईकोर्ट के कई अधिवक्ताओं ने उन्हें बधाई दी है।
वहीं, पारिवारिक और सामाजिक मित्रों में ब्रजेश कुमार, मदन सिंह, रवि रंजन, कुमार गौरव, रेणु सत्यवर्ती, डा. सनिश कुमार, डा. अनूप नारायण, कौशल नारायण, आलोक रंजन, रौशन कुमार, गोपाल मोहन राय, किशोर कुणाल, आदित्य पांडेय आदि ने इस सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त की है।
सारण जिले का बढ़ाया मान
यह नियुक्ति केवल आर्ष कुमार की व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, बल्कि यह पूरे सारण जिले के लिए गौरव की बात है। उनके चयन से यह सिद्ध होता है कि अगर लगन और मेहनत के साथ कोई व्यक्ति कार्य करे, तो वह किसी भी ऊंचाई को छू सकता है।