छपरा। हावड़ा से काठगोदाम जाने वाली 13019 बाघ एक्सप्रेस की जनरल बोगी में बुधवार को एक यात्री की मौत हो गई। मृत यात्री दिनेश महतो (35) के पास से दुर्गापुर से एकमा का जनरल टिकट मिला। वह सारण जिले के जैतपुर गांव स्थित तिवारी टोला निवासी शिवरतन महतो का पुत्र था।
दुर्गापुर में एक प्लास्टिक फैक्ट्री में काम करता था। कंट्रोल से सूचना मिलने पर जीआरपी ने मुजफ्फरपुर में ट्रेन से शव को उतारा। रेलवे के वरीय चिकित्सक शालीग्राम चौधरी ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया।
सूचना मिलने पर शाम में उसके भाई जीआरपी थाने पहुंचे। उसके साथ काम करने वाले शीतलपुर दिघवारा गांव निवासी कौशल किशोर राय ने बताया कि दिनेश उनके साथ दुर्गापुर के दीनमान पाली पैक प्लास्टिक फैक्ट्री में काम करता था। छठ को लेकर फैक्ट्री बंद हो गई। इसलिए दोनों वहां से मंगलवार की रात चले।
दुर्गापुर जंक्शन पर जनरल टिकट लेकर रात साढ़े बारह बजे बाघ एक्सप्रेस में सवार हुए। उन्होंने बताया कि जनरल बोगी पहले से ही फुल आ रही थी। किसी तरह दोनों उसमें सवार हुए। दो स्टेशन बाद आसनसोल के समीप दिनेश की तबीयत खराब हो गई। पानी मांगा और कांपने लगा।
इसकी जानकारी टीटीई को दी गई, लेकिन कोई डॉक्टर देखने नहीं आया। उस वक्त रात के करीब डेढ़ बज रहे थे। मधुपुर स्टेशन के आगे उसकी मौत हो गई। आश्चर्य यह कि ट्रेन 25 स्टेशन पार कर मुजफ्फरपुर आ गई, लेकिन रास्ते में किसी पुलिसकर्मी ने शव को नहीं उतारा।
मुजफ्फरपुर आने पर कंट्रोल की सूचना पर शव को उतारा गया। जीआरपी थानाध्यक्ष धर्मेन्द्र कुमार ने बताया कि यात्री के साथी और स्वजन से पूछने पर पता चला कि वह बीमार था।
स्वजन के मर्जी पर पोस्टमार्टम कराया जाएगा। मुजफ्फरपुर जंक्शन के दो नंबर प्लेटफार्म पर ट्रेन रुकी। शव उतारने में देरी के कारण ट्रेन एक घंटे लेट हो गई।
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