छपरा-सीवान में जहरीली शराब से 7 लोगों की मौत,  मछली पार्टी में भाई ने पिलाई शराब

छपरा बिहार
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छपरा। सीवान और सारण में जहरीली शराब से 7 लोगों की मौत हो गई है। सीवान में 5 की मौत हुई है, जिसमें 4 की जानकारी जिला प्रशासन ने दी है। हालांकि मौत का कारण स्पष्ट नहीं किया है। सारण में 2 मौत हुई है। यहां जिला प्रशासन ने जहरीली शराब पीने से मौत की पुष्टि की है।

सारण में हुई घटना मशरख ब्लॉक के इब्राहिमपुर गांव की है। यहां रिश्ते में 3 भाइयों ने बीती रात मछली के साथ शराब पार्टी की थी। इनमें इस्लामुद्दीन अंसारी (32) की आज सुबह मौत हो गई। उसका शव पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल लाया जा रहा है।

इसके अलावा छपरा सदर अस्पताल लाए गए 2 लोगों की गंभीर हालत देखते हुए उन्हें पटना के पीएमसीएच रेफर कर दिया गया है। जिसमें शमसाद नाम के शख्स की रास्त में मौत हो गई। तीसरे भाई की भी हालत नाजुक बताई जा रही है। सुबह उल्टी-दस्त की शिकायत के बाद आंख की रोशनी भी कम होने लगी थी।

मछली पार्टी में भाइयों ने मंगवाई थी शराब

छपरा के मशरख में मछली पार्टी के दौरान जहरीली शराब भी मंगवाई गई थी। मशरख थाना क्षेत्र के इब्राहिमपुर में सोमवार की रात इस्लामुद्दीन ने अपने चचेरे भाइयों के साथ मछली पार्टी की थी। इसमें स्प्रिट वाली देसी शराब भी थी।

मंगलवार की सुबह 9 बजे के आसपास सभी की तबीयत बिगड़ने लगी और बुधवार की सुबह 9 बजे के आसपास इस्लामुद्दीन की मौत हो गई। मुमताज और शहजाद की स्थिति गंभीर बनी हुईं थी। तीनों को पटना रेफर किया गया था। पटना ले जाने के दौरान शहजाद की भी मौत हो गई है।

इस्लामुद्दीन, मुमताज और शहजाद तीनों चचेरे भाई हैं। बताया जा रहा है कि सीवान के माघर कौड़िया गांव से ये शराब आई थी। मशरख थाना क्षेत्र में सेवन करने वाले युवक सारण जिले के आखिरी गांव इब्राहिमपुर के रहने वाले हैं। जो सीवान जिले के मघर कौड़िया गांव से 5 किलोमीटर दूर है।

सीवान में अब तक 5 की मौत

इधर सीवान के भगवानपुर हाट ब्लॉक के ही 5 लोगों की मौत भी संदिग्ध हालत में हुई है। जिला प्रशासन ने 3 की मौत होने की बात कही है। हालांकि किनकी मौत हुई है और वजह की जानकारी नहीं दी गई है।

जानकारी के अनुसार मरने वालों में कौड़िया वैश्य टोला के राजेंद्र सिंह (38) और बिट्टू कुमार (38) का आज पोस्टमार्टम होगा, जबकि अरविंद सिंह (34) का शव बीती रात ही जला दिया गया है।

इनके अलावा बिलासपुर और सरसैया के कम से कम 5 लोगों को गंभीर हालत में सदर अस्पताल लाया गया। इनमें से 3 को पटना रेफर कर दिया गया है। सभी को उल्टी-दस्त और आंख की रौशनी जाने की शिकायत थी। हालांकि इनकी प्रशासनिक पुष्टि नहीं की जा सकी है। सदर अस्पताल में पुलिस ने सख्त पहरा लगाया हुआ है। मीडिया समेत किसी को भी अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है।

एएसपी डॉ. राकेश का कहना है कि ‘जिसका इलाज चल रहा उन्होंने बताया है कि देर रात 3 लोगों ने शराब पी थी। उसके बाद सभी की तबीयत खराब हुई है। अब ये जांच का विषय है कि उनको क्या दिया गया था। फिलहाल इसकी जानकारी नहीं है।’

डॉक्टर नवनीत ने बताया कि ‘मरीजों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। कारण अभी पता नहीं है। पेशेंट ने बताया कि उसे धुंधला दिख रहा था। फिलहाल स्थिति सामान्य है।’

स्थानीय अमरजीत सिंह का कहना है कि पुलिस का लापरवाही की वजह से यह घटना हुई है। पुलिस शराब को लेकर सख्ती से एक्शन लेती तो ऐसी घटना नहीं होती।

शराब को ज्यादा नशीला बनाने के लिए मिलते हैं केमिकल

दरअसल कच्ची शराब को जब ज्यादा नशीला बनाने के लिए केमिकल मिलाते हैं तो ये जहरीली हो जाती है। देसी शराब बनाने के लिए पहले गुड़, शीरा से लहान तैयार करते हैं और फिर इस मिट्टी में दबा दिया जाता है। इसे ज्यादा नशीला बनाने के लिए इसमें यूरिया, बेसरमबेल और ऑक्सीटोसिन मिलाते हैं। यही मिलावट मौत का कारण बनती है।